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हैदराबाद: कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के बूस्टर शॉट (तीसरी डोज) पर पॉलिसी की घोषणा जल्द की जाएगी. COVID टास्क फोर्स के एक प्रमुख सदस्य ने गुरुवार को यह जानकारी दी. INSACOG के सह-अध्यक्ष डॉक्टर एनके अरोरा (NK Arora) ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बूस्टर डोज अभी न लें. क्योंकि इसे कोरोना सर्टिफिकेशन में शामिल नहीं किया जाएगा.
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर एनके अरोरा (NK Arora) ने कहा कि हम पिछले तीन हफ्तों से इस संबंध में पॉलिसी डॉक्यूमेंट तैयार कर रहे हैं और जल्द ही उसे सार्वजनिक किया जाएगा. बता दें कि INSACOG 28 लैब का एक सेटअप है, जो SARS-CoV-2 विभिन्न वेरिएशन पर नजर रखता है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रभाव को पूरी तरह खत्म करने के लिए वैक्सीन के तीसरे डोज पर बहस चल रही है.
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वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने कहा कि वैक्सीन के तीसरे डोज पर चर्चा लाजमी है, लेकिन सरकार एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर कोई फैसला लेगी. उन्होंने आगे कहा, 'हमारा पहला लक्ष्य सभी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज देना है. मुझे नहीं लगता कि सरकार तीसरे डोज के मामले में सीधे कोई फैसला लेगी. ICMR और अन्य एक्सपर्ट टीम क्या अनुशंसा करती हैं, ये इस पर आधारित होगा'. स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी स्पष्ट किया कि देश में वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है.
डॉक्टर अरोरा ने कहा कि थर्ड डोज का पॉलिसी डॉक्यूमेंट अगले 10 दिनों में सामने आ सकता है. डॉक्यूमेंट में तीसरी खुराक को लेकर सरकार की योजना का जिक्र होगा, साथ ही ये भी बताया जाएगा कि सबसे पहले थर्ड डोज किसे दिया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा, 'हम हर महीने 30-35 करोड़ डोज बना रहे हैं और वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि बिना किसी मतलब के वैक्सीन लगवा ली जाए'.
उन्होंने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि बूस्टर डोज लगवाने की जल्दबाजी बिल्कुल भी न करें. डॉक्टर अरोरा ने कहा कि पॉलिसी डॉक्यूमेंट में कई वैज्ञानिक शोध को भी शामिल किया गया है. कोरोना से लड़ाई में वैक्सीन की दो डोज अब तक प्रभावी रही हैं, इसलिए बेवजह बूस्टर लगवाने का कोई मतलब नहीं है. बता दें कि हाल ही में तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वैक्सीन के तीसरे डोज की खुलकर वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि कम इम्युनिटी वाले लोगों को तीसरी खुराक लेनी चाहिए.