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पणजी: चक्रवाती तूफान 'तौकते' (Cyclone Tauktae) के रविवार की सुबह गोवा (Goa) के समुद्री तट से टकराने के कारण तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. इससे राज्य में कई जगहों पर बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है. हालांकि अधिकारियों के मुताबिक अब तक किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात तौकते 'बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान' में बदल गया है और वह कल (17 मई) शाम की शाम तक गुजरात (Gujarat) पहुंच सकता है.
गोवा के ऊर्जा मंत्री नीलेश कैब्राल ने बताया, 'बिजली के सैकड़ों खंभे टूट गए हैं. बिजली की आपूर्ति करने वाली 33 केवी की कई हाई टेंशन तारें पेड़ों के गिरने की वजह से प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से गोवा में बिजली की आपूर्ति करने वाली 220 केवी की लाइनें भी प्रभावित हुई हैं. इन कारणों से कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति पर असर आया है.' कैब्राल ने यह भी कहा कि ऊर्जा विभाग ने बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए अपने सभी कर्मचारियों को तैनात कर दिया है लेकिन तेज हवाओं के कारण बिजली सेवा बहाल करने के काम में मुश्किल हो रही है.
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एक स्थानीय मछुआरे संजय पेरेरा ने दावा किया कि यह 1994 के बाद से सबसे बदतर चक्रवात है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को बताया, 'इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 17 (मई) की शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने की खासी संभावना है और यह 18 मई को तड़के पोरबंदर और (भावनगर जिले में) महुवा के बीच से राज्य के तट को पार करेगा.' आईएमडी ने कहा कि उसने गुजरात और दमन-दीव के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग के मुताबिक, 18 मई तक हवा की गति 150-160 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने के आसार हैं जबकि कुछ समय के लिए हवा की गति 175 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं. दक्षिण महाराष्ट्र-गोवा तथा इससे सटे हुए कर्नाटक के तटों पर हवा की गति 70-80 से लेकर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है.
उत्तर पूर्वी अरब सागर, गुजरात तट पर (पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली) और अपतटीय इलाकों पर हवा की रफ्तार 150-160 से 175 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. साथ ही आईएमडी ने कहा है कि जूनागढ़ में समुद्र में करीब 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. जबकि तूफान के तट के टकराने के दौरान दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली, भरूच, भावनगर, अहमदाबाद, आणंद और सूरत में 1 से 2.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. आईएमडी ने इन इलाकों में पानी भरने की भी आशंका जताई है.