Ajmer News: भूख हड़ताल पर बैठे छात्र पदाधिकारियों की बिगड़ी तबीयत, मचा हड़कंप
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Ajmer News: भूख हड़ताल पर बैठे छात्र पदाधिकारियों की बिगड़ी तबीयत, मचा हड़कंप

राजस्थान में अजमेर एमडीएस यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ पदाधिकारियों द्वारा 15 सूत्री मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी में ही भूख हड़ताल की जा रही है. इनमें से महासचिव अंकित की देर रात को तबीयत बिगड़ने के बाद उसे जेएलएन अस्पताल लाया गया. 

Ajmer News: भूख हड़ताल पर बैठे छात्र पदाधिकारियों की बिगड़ी तबीयत, मचा हड़कंप

Ajmer News: अजमेर एमडीएस यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ पदाधिकारियों द्वारा 15 सूत्री मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी में ही भूख हड़ताल की जा रही है. इनमें से महासचिव अंकित की देर रात को तबीयत बिगड़ने के बाद उसे जेएलएन अस्पताल लाया गया. 

वहीं छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल गोदारा, उपाध्यक्ष मुकेश चौधरी और संयुक्त सचिव संस्कृति दाधीच की जांच के लिए भी उन्हें जेएलएन अस्पताल लाया, जहां अंकित को प्राथमिक उपचार देने के साथ ही उनका चेकअप किया गया. वहीं अन्य सभी भूख हड़ताल पर बैठे पदाधिकारियों की भी समझाइश की गई.

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इस मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी भी जेएलएन अस्पताल पहुंचकर प्रशासन से मांगों को जल्द पूरा करने के लिए दबाव बनाते दिखाई दिए. मामले की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और हालातों का जायजा लेते हुए सभी से समझाइश का प्रयास किया गया और उन्हें जल्द हड़ताल तोड़ने की अपील की गई. इसके अलावा यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा भी इस मामले में छात्रों से लगातार अपील की जा रही है कि जल्द से जल्द वह अपनी हड़ताल तोड़ दें और उनकी मांगों पर विचार विमर्श किया जाएगा लेकिन छात्रसंघ पदाधिकारी अपनी 15 सूत्री मांगों पर जल्द कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं.

क्या कहना है छात्रों का
छात्रों का कहना है कि B.Ed द्वितीय वर्ष का परिणाम अभी तक अटका हुआ है, जिसके कारण विद्यार्थी शिक्षक भर्ती से वंचित हो रहे हैं. कई विद्यार्थी 2017 से B.ed प्रथम वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं. उन्हें द्वितीय वर्ष की परीक्षा देने का अवसर मिलना चाहिए. बीएससी और b.ed पार्ट के नतीजे सितंबर और अक्टूबर में घोषित होने के 50 दिन बाद भी मूल अंक तालिका नहीं मिल रही कैंपस कोर्स छोड़ने अथवा प्रवेश लेने पर टीसीआरसी ₹50 वसूली होती है अब यह नहीं होनी चाहिए. डुप्लीकेट अंकतालिका डिग्री के लिए लगाने वाले चक्कर बंद हो यूनिवर्सिटी में शिक्षा का स्तर बड़े और तमाम व्यवस्थाएं सुचारू हो टीचर नियमित रूप से क्लास ले और नियमित टीचरों की भर्ती हो साथियों ऑनलाइन दस्तावेज निकालने का विकल्प भी रखा जाए. ऑनलाइन फीस का कोई विकल्प नहीं है, उसे भी शुरू किया जाए.

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भूख हड़ताल पर सभी छात्र पदाधिकारी
ऐसी ही 15 सूत्री मांगों को लेकर सभी छात्र पदाधिकारी भूख हड़ताल पर बैठे हैं. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों विकास गोरा, उदय सिंह शेखावत, आशु राम डूकिया, दिनेश चौधरी ने भी चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द एमडीएस यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ पदाधिकारियों की मांगे पूरी नहीं होती हैं तो वह यूनिवर्सिटी में आंदोलन शुरू करेंगे और संस्थान को बंद करा कर प्रदेश भर में अपना विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे.

Reporter- - Ashok Bhati

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