पुष्कर में पैंथर ने कुंड रोड के ब्रज धाम आश्रम में बछड़े का किया शिकार, 6 दिन में तीसरी बार हुई घटना
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पुष्कर में पैंथर ने कुंड रोड के ब्रज धाम आश्रम में बछड़े का किया शिकार, 6 दिन में तीसरी बार हुई घटना

Ajmer News: पुष्कर में एक बार फिस से  तेंदुए ने दहशत फैला दी है. इस बार पैंथर ने कस्बे के जमीनी कुंड रोड स्थित ब्रज धाम आश्रम में गाय के बछड़े का शिकार किया है. बता दें कि 6 दिनों के अंतराल में तीसरी बार पैंथर ने पुष्कर में ऐसा हमला किया है.

 

पुष्कर में पैंथर ने कुंड रोड के ब्रज धाम आश्रम में बछड़े का किया शिकार, 6 दिन में तीसरी बार हुई घटना

Ajmer, Pushkar: पुष्कर की अरावली पर्वतमाला की श्रंखला नाग पहाड़ी में पैंथर के विचरण दृश्य अक्सर देखे जाते थे. अमूमन पहाड़ी की ऊंची चोटियों पर विचरण करने वाला पैंथर अब लगातार आबादी क्षेत्र में पालतू जीवो को अपना शिकार बना रहा है. 6 दिनों के अंतराल में तीसरी बार पैंथर ने पुष्कर के कस्बे में जमीनी कुंड रोड स्थित ब्रज धाम आश्रम में गाय के बछड़े का शिकार किया. इस हमले के बाद पैंथर द्वारा इंसानों पर हमले का खतरा अब और बढ़ गया है.  

गाय के बछड़े का किया शिकार, इंसानो पर मंडराने लगा पेंथर के हमले का खतरा 

पुष्कर कसबे के जमनी कुंड रोड स्थित ब्रज धाम आश्रम में रविवार  देर रात पेंथर ने गाय के बछड़े को अपना शिकार बना लिया. आश्रम क्षेत्र में रह रहे निवसीयो ने बताया की देर रत 12 बजे तक बछड़े को पानी रखकर सोये थे. सुबह 5 बजे बछड़े को चारा पानी डालने गए तो वह मृत अवस्था में मिला था. वही मौके पर दीवार और खेत में पेंथर के पैरों के निशान भी मिले है. जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई है.  गर्मी के दिनों में क्षेत्र में अक्सर कृषक और पशुपालक खेत में खाट लगाकर सोते है.  ऐसे में इस हमले के बाद क्षेत्र के कृषक और पशुपालको में दर का माहौल व्याप्त है. क्षेत्रवासियो ने बताया की पेंथर करीब 7 फुट लम्बी दीवार फांदकर आश्रम में घुसा और फिर वही से चला भी गया. 

क्षेत्रवासियो ने उठाई वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग 

गत 15 दिनों के अंतराल में पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम माधोपुरा नेडलिया में दो अलग अलग हमलों में पेंथर ने 14 बकरियों का शिकार, और गायो को जख्मी कर दिया था. 15 दिनों के अंतराल में यह पेंथर का तीसरा हमला है.  जिसमे 1 गाय के बछड़े की जान चली गई. क्षेत्रवासियो में चिंता है की पेंथर अब पहाड़ी इलाके के बाद अब क़स्बा क्षेत्र में भी शिकार के लिए आ रहा है.  जिससे क्षेत्र में रह रहे लोगो में भय का माहौल है. क्षेत्रवासियो ने मांग की है की वन विभाग क्षेत्र में पिंजरा लगाकर पेंथर का रेस्क्यू कर उसे दूर दराज के जंगलो में छोड़ दिया जाए. 

पपहाड़ी क्षेत्र की तरफ आबादी विस्तार बन रहा संघर्ष का कारण 

हाल के दिनों में पुष्कर सहित अजमेर के अरावली पहाड़ी से सटे क्षेत्रों में पेंथर की मूवमेंट देखि जा रही है. क्षेत्रीय वन अधिकारी नरेंद्र चौधरी ने बताया कि आम तौर पर पहाड़ के ऊपरी क्षेत्र में जल के स्रोत सूखने पर वन्य जीव पहाड़ के निचले क्षेत्र में आते हैं. वही दूसरी और इन दिनों गावो ढाणी और बड़े शहरो में आबादी का विस्तार पहाड़ी क्षेत्रों की और तेजी से बढ़ रहा है. 

इस दौरान भूख लगने पर वन्य जीव पहाड़ी क्षेत्र के आसपास बसी आबादी में आसान शिकार भी कर लेता है. वही दूसरी और जानकारी के अनुसार पुष्कर के नाग पहाड़ इलाके में 3 तेंदुए, खोरी गांव के पास बैद्यनाथ की पहाड़ी में 1 तेंदुआ, और नांद से कड़ेल तक की पहाड़ी में 2 तेंदुए अक्सर विचरण करते पाए जाते हैं. हाल ही में अजमेर की नाग पहाड़ी के करीब 2 श्रावको और एक मादा पेंथर को देखा गया था.

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