ग्रेनाइट माइंस पर धोखाधड़ी से ऐसे लेता रहा रकम..फिर जो हुआ वह हैरान कर देगा
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ग्रेनाइट माइंस पर धोखाधड़ी से ऐसे लेता रहा रकम..फिर जो हुआ वह हैरान कर देगा

नसीराबाद के निकट राजगढ़ में ग्रेनाइट माइंस को किराए पर देकर रकम लेते रहने और ग्रेनाइट ब्लॉक के बिल व रवाना नहीं देकर धोखाधड़ी करने पर सदर पुलिस थाना नसीराबाद ने मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी.

ग्रेनाइट माइंस पर धोखाधड़ी से ऐसे लेता रहा रकम..फिर जो हुआ वह हैरान कर देगा

अजमेर: नसीराबाद के निकट राजगढ़ में ग्रेनाइट माइंस को किराए पर देकर रकम लेते रहने और ग्रेनाइट ब्लॉक के बिल व रवाना नहीं देकर धोखाधड़ी करने पर सदर पुलिस थाना नसीराबाद ने मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी. धानपुर जालौर निवासी लालसिंह राठौड़ ने सदर पुलिस थाना में मालवीय नगर जयपुर निवासी गुलाब सिंह राजपूत के पुत्र भवंर सिंह के विरुद्ध रिपोर्ट दी कि मालवीय नगर जयपुर निवासी भंवरसिंह पुत्र गुलाब सिंह राजपूत की राजगढ में एक ग्रेनाइट की माइन्स है. जिसका स्वामित्व भंवरसिंह का है. 

19 अगस्त 2020 को उक्त भंवर सिंह ने इकरार करते हुए यह तय किया था कि 1 लाख 25 हजार रुपए प्रतिमाह किराया लेगा. ग्रेनाइट के ब्लाक निकालकर बेचेगा. भंवरसिंह उसे माल भरने का रवाना व बिल देगा, किन्तु भंवरसिंह ने इकरारनामे की शर्तों को भंग करते हुए रवाना एवं बिल नहीं दिए. जिससे खनन करके निकाले गए ब्लाक व लगभग एक करोड़ कीमत की मशीने भंवरसिंह की माईंस पर पडी हुई है. यह मशीनें किराये पर ले रखी है, जिसका चार लाख रुपये महीने किराया अदा करना पड रहा है.

भंवरसिंह ने कुछ समय तो रवाना एवं बिल दिये फिर बाद में बन्द कर दिये. फरवरी 2022 को भंवरसिंह ने वापस एक समझौता किया और 12 लाख रुपये हर्षवर्धन के मार्फत प्राप्त किए. जिसके तहत दो माह में माईंस पर पडे ब्लाक व मशीने ले जाने हेतु तय किया गया. किन्तु भंवरसिंह ने 12 लाख रुपये लेने के बाद भी दो माह निकलने तक ग्रेनाईट रवाना व बिल नहीं दिए. उसने रवाना व बिल नहीं देकर आपराधिक न्यास भंग करते हुए ग्रेनाईट ब्लाक ले जाने नहीं दिए.उसने धोखाधडी पूर्वक 12 लाख रुपये प्राप्त कर लिए.भंवरसिंह ने राजगढ़ में फिर एक समझौता करते हुए पुराने समझौते के अनुसार कुल 75 लाख रुपये प्राप्त कर लिए.

दिनांक 24 जून 2022 को जरिये मोबाईल वाटसएप मैसेज करके ब्लाक ले जाने से मना कर दिया.जबकि 21 जुलाई 2022 तक कुल तीन माह में निकाले गये समस्त ब्लाक व मशीने ले जाने का अधिकार होगा.जिसके रवाना व बिल भंवरसिंह देगा.21 जुलाई के बाद भी यदि माल नहीं उठाया तो अगले तीन माह तक माल उठाने का अधिकार होगा.

बार बार रवाना व बिल मांगने पर भी भंवरसिंह नहीं दे रहा है.जिससे प्रार्थी को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है.मशीनों का किराया भी अदा अदा करना पड़ रहा है.भंवरसिंह ने बार बार समझौते करके रुपये प्राप्त कर लिये और ग्रेनाईट व ब्लाक विक्रय करने हेतु रवाना व बिल नहीं दे रहा है.

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