सुरक्षा अधिकारी अपने दल के साथ टोंक में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत मिष्ठान भंडार और अन्य दुकानों के सैंपल लेने पहुंचे. सैंपल लेने के दौरान बाजार में हड़कंप मच गया.
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Tonk: जिले में त्योहारी सीजन को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and health department) के शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत विभाग की टीम ने शहर की विभिन्न दुकानों से मावे, मिठाई और खाने की अन्य सामग्रियों के सैंपल लिए.
विभाग की टीम के सैंपल लेने के दौरान बाजार में चर्चाओं का दौर गर्म होता दिखा. दरअसल, सुरक्षा अधिकारी अपने दल के साथ टोंक में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत मिष्ठान भंडार और अन्य दुकानों के सैंपल लेने पहुंचे. सैंपल लेने के दौरान बाजार में हड़कंप मच गया.
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खाद्य विभाग के दल ने कलेक्ट्रेट के सामने न्यू जोधपुर मिष्ठान भंडार, स्टार किराना स्टोर का अपना बाजार और बड़ा कुआं स्थित मिथलेश मिष्ठान भंडार से मावा, मिठाइयों और अन्य सामग्री के सैंपल लिए. खाद्य सुरक्षा अधिकारी मदन गुर्जर ने बताया कि 14 अक्टूबर से शुरू हुए अभियान के तहत अब तक 54 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिन्हें परीक्षण के लिए भिजवाया जा रहा है.
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हर साल शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत होने वाली सैंपलिंग के परिणाम दो या ढाई महीने बाद आते हैं ऐसे में लोगों को शुद्ध सामग्री उपलब्ध कराएं जाने के दामों की मंशा पर सवाल उठता है.
हर साल शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जाता
बता दें कि दीपोत्सव को लेकर बनने वाली मिठाइयों में नकली मावे के इस्तेमाल और मिलावट को रोकने के लिए हर साल शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जाता है, लेकिन हर बार चिकित्सा विभाग का यह अभियान महज़ खानापूर्ति ही साबित होता दिखाई दे रहा है. टोंक जिला मुख्यालय इस साल 14 अक्टूबर से शुरू हुआ यह अभियान 4 नवंबर तक चलेगा लेकिन टोंक में अभी तक युद्ध स्तर पर नकली मावे और मिलावट खोरी की कार्यवाही होती दिखाई नहीं दी.
Reporter- Purushottam Joshi