Alwar News: अलवर में एक बुजुर्ग महिला यूआईटी दफ्तर पहुंची, जहां उपसचिव के कमरे में नहीं मिलने पर महिला ने खुद को उसी कमरे में बंद कर लिया.
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Alwar News, अलवर: राजस्थान के अलवर नगर विकास न्यास द्वारा की गई अतिक्रमण की कार्रवाई से नाराज एक बुजुर्ग महिला यूआईटी दफ्तर पहुंची, जहां उप सचिव योगेश डागुर के कमरे में उसे कोई नहीं मिला तो महिला ने खुद को उसी कमरे में बंद कर लिया. करीब दो घंटे तक यह ड्रामा चला.
अलवर नगर विकास न्यास में बुधवार शाम अचानक एक बुजुर्ग महिला पहुंची और अधिकारियों को अतिक्रमण के नाम पर तोड़ी गई चार दिवारी की शिकायत करने पहुंची थी. उसे वहां कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला तो वह उप सचिव योगेश डागुर के कमरे में जा पहुंची, लेकिन वह भी सीट पर नहीं थे. वहीं, गुस्साई महिला ने खुद को उपसचिव के कमरे में बंद कर लिया, जिससे वहां हंगामा हो गया. काफी देर अधिकारी प्रयास करते रहे और मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया. काफी मशक्कत के बाद करीब 2 घंटे बाद उस महिला ने अंदर से कुंडी खोली और पुलिस की मौजूदगी में अधिकारियों से बात की.
दरअसल यह महिला नगर विकास द्वारा अपने घर के पास एक बनी दीवार को तोड़ने के खिलाफ यूआईटी कार्यालय आई थी, जब यूआईटी कार्यालय में कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिला उसने कर्मचारियों से भी पूछताछ की, लेकिन कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया. वहीं, महिला नैनावती ने यूआईटी के उपसचिव योगेश डागुर के चेंबर में घुस गई और अंदर से कुंडी लगा ली. महिला नैनावति ने बताया कि बल्ला बोडा, विज्ञान नगर में 200 घर की बस्ती हैं. वहां मैंने शुरू से ही पेड़-पौधे लगाए हुए हैं और यह सारे पेड़-पौधे फलदार हैं, जो अब फल भी दे रहे हैं. किसी ने फर्जी शिकायत कर दी और यह पीछे से मेरे उस बगीचे की चारदीवारी को तोड़ आए हैं.
वहीं, जब महिला से पूछा गया कि अंदर से कुंडी लगाने का क्या मकसद था. उन्होंने बताया अधिकारी उनकी बातें नहीं सुनते इसलिए मैंने अंदर से कुंडी लगाई और अंदर बैठी रही. इधर, विशेष अधिकारी योगेश डागुर ने बताया कि बल्लाबोड़ा में 2015 के अंदर भूमि अवाप्ति हुई थी , जहां विज्ञान नगर बनाया गया है. यूआईटी ने कुछ अवार्ड पास कर दिया, कुछ का बकाया था, जिन्होंने अवार्ड नहीं लिया. उनको न्यायालय में पैसे जमा करा दिया गया. इनकी रेफरेंस न्यायालय में जमा है.
6 फरवरी 2019 को इस संबंध में राशि जमा करा दी गई. अतिक्रमण मानते हुए ए आर ओ ने नोटिस जारी किए और कोई जवाब नहीं आया तो विगत 3 दिन पहले 3 दिन का नोटिस दिया. जब अतिक्रमण नहीं हटाया तो ए आर ओ और सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उस अतिक्रमण को हटाकर आई.