वायु प्रदूषण रिपोर्ट में भारत में भिवाड़ी को माना सबसे प्रदूषित शहर
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वायु प्रदूषण रिपोर्ट में भारत में भिवाड़ी को माना सबसे प्रदूषित शहर

प्रदूषण के मामले में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में अलवर जिले के भिवाडी का नाम आया है. भिवाडी की हवा विश्व मे सबसे ज्यादा खराब मानी गयी है.

प्रदूषित शहर.

Alwar: प्रदूषण के मामले में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में अलवर जिले के भिवाडी का नाम आया है. भिवाडी की हवा विश्व मे सबसे ज्यादा खराब मानी गयी है. आइक्यूएयर की वायु गुणवत्ता सर्वे रिपोर्ट 2021 में यह बात सामने आई है. दुनियां से 100 सबसे प्रदूषित शहरों में 63 भारत के बताए जा रहे हैं. वहीं भारत मे भिवाडी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर माना गया है, इसका असर आसपास और एनसीआर सहित दिल्ली में भी देखा जा रहा है.

अलवर जिले की आबोहवा खराब हो चली है जी हां जिले के भिवाडी औधोगिक क्षेत्र को शीर्ष प्रदूषित शहरों में सबसे आगे माना गया है. भले ही यह औधोगिक क्षेत्र राज्य और केंद्र सरकारों को हर वर्ष हजारो करोड़ का राजस्व देता हो लेकिन आइक्यूएयर की विश्व गुणवत्ता रिपोर्ट 2021 ने भिवाडी को भारत में सबसे प्रदूषित शहर माना है. वर्ष 2021 में भिवाडी में पीएम 2.5 का औसत स्तर 106.2 दर्ज किया गया जो विश्व मे सबसे अधिक है , 2020 में भिवाडी को 20 वां स्थान मिला था. उस समय भिवाडी की आबोहवा में पीएम 2.5 का औसत स्तर 83.4 पाया गया था.

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भिवाडी को भारत मे सबसे प्रदूषित शहर माना गया है वहीं गाजियाबाद दूसरे और दिल्ली तीसरे स्थान पर है. अलवर शहर को 172 वां स्थान मिला है. रिपोर्ट में विश्व के सबसे प्रदूषित 15 शहरों में 12 शहर भारत के बताए गए हैं, प्रदूषण मापने के लिए पीएम 2.5 यानी ढाई माइक्रोन (एक माइक्रोन =एक मिलीमीटर का सौवा हिस्सा ) के आकार वाले कण को आधार माना गया है. 

यह रिपोर्ट दुनियां भर में लगे हजारो वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन से ली गयी डेटा की समीक्षा के बाद तैयार किया जाना बताया गया है. विश्व स्तरीय इस रिपोर्ट में दुनियां के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में 63 भारत के बताए गए हैं. भारत मे ओसत वायु प्रदूषण 58.1 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर मिला है जो डब्ल्यू एच ओ के दिशा निर्देशों के अनुसार दस गुना ज्यादा है.

एसोसिएट प्रोफेसर ममता शर्मा का कहना है भिवाडी में सिर्फ वायु प्रदूषण ही नही हमे फेक्ट्रियो से निकलने वाले पॉल्यूटेड पानी पर भी चिंता करनी पड़ेगी, हमे किसानों द्वारा फसलों में पेस्टीसाइड का इस्तेमाल किया जाता क्योंकि उन्हें शिक्षा के अभाव में अभी यह जानकारी नहीं कहा कितना इस्तेमाल करना है. इस लिए वायु प्रदूषण के साथ अन्य पहलुओं पर भी जागरूक होने की आवयश्कता है.

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विश्व स्तरीय इस रिपोर्ट में दुनियां के 117 देशों के 6475 शहरों का डेटा शामिल किया गया है. रिपोर्ट में हजारो मोनेटरिंग स्टेशनों से रियल टाइम एयर क्वालिटी डेटा का विश्लेषण किया गया, इसमे 2.5 पीएम और उससे छोटे कणों के स्तर को मापा गया. राजस्थान में भिवाडी के बाद जोधपुर को 44वां , कोटा को 68वां, पाली को 71वां, अजमेर को 157 वां और अलवर शहर को 172 वां स्थान मिला है.

भिवाडी में वर्षवार की रिपोर्ट की अगर बात करे तो वर्ष 2018 में रैंकिंग पांचवे स्थान पर थी पीएम 2.5 के औसत स्तर 125.4 थी, वहीं वर्ष 2019 में रैंकिंग 20 ओर पीएम 2.5 की औसत 83.4 थी, वर्ष 2021 की अगर बात करे इसमे भिवाडी सबसे प्रदूषित शहरों में नम्बर वन पर माना गया है, इसमी 2.5 पीएम का औसत स्तर 106.2 आया है.

Reporter: Jugal Gandhi

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