Lucknow Murder News: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद कौशल किशोर के बेटे ने उनके आवास पर राजनीतिक सहयोगी विनय श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. वो शुक्रवार दोपहर को दिल्ली से वापस लखनऊ लौटे.
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Lucknow News: केंद्रीय मंत्री और लखनऊ के मोहनलाल गंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर ने उनके आवास पर राजनीतिक सहयोगी विनय श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है. शुक्रवार को दिल्ली से वापस लखनऊ लौटे विकास किशोर ने जीयूपीयूके से खास बातचीत में कहा कि घटना के वक्त वो वहां मौजूद नहीं थे.
विकास किशोर SUPER EXCLUSIVE
मंत्री कौशल किशोर के बेटे हैं विकास किशोर
वारदात के वक्त विकास किशोर घर पर नहीं थे @mp_kaushal #VikasKishore pic.twitter.com/u0bGwWmQd0— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) September 1, 2023
केंद्रीय मंत्री के बेटे से लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट पर ही जीयूपीयूके की टीम ने खास बातचीत की. विकास किशोर ने बताया कि उन्हें गुरुवार शाम को खुद विनय भी छोड़ने आया था. शाम साढ़े पांच बजे वो दिल्ली पहुंच गए थे. वहीं रात चार बजे 16 मिनट पर अजय का कॉल आया. उसने जब वीडियो कॉल पर सब कुछ दिखाया तो वो अवाक रह गए. उन्होंने खुद अजय और अंकित को पुलिस को फोन करने और विनय के भाई को बुलाने की बात कही.
विकास किशोर का कहना है कि विनय राजनीतिक गतिविधियों में उनके साथ रहता था. वो उनके भाई जैसा था. उन्हें यह भी बताया कि एक बार शांतिभंग की धारा 151 के तहत विनय का चालान हो गया था, वो सारी रात जेल में था, तो खुद उन्हें नींद नहीं आई. ये बात खुद विनय के भाई को भी पता है. उसके भाई विकास श्रीवास्तव को पता है कि वो विनय से कितना प्यार करते थे. ऐसे में ऐसे आरोप उन क्यों आरोप लगाए जा रहे हैं, इस पर वो कुछ नहीं कह सकते. जब विकास किशोर से यह सवाल किया गया कि जब विनय 24 घंटे उनके साथ रहता था तो दिल्ली उसे लेकर क्यों नहीं गए. पिस्टल घर पर क्यों छोड़ गए. उनके घर पर तीन अन्य लोग कैसे थे, तो इस पर सांसद पुत्र ने कहा कि विकास श्रीवास्तव का यह गलत बयान है.
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर में विनय श्रीवास्तव हत्याकांड में अब नामजद मुकदमा भी कायम हो गया है. मृतक विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इनके नाम अजय रावत, अंकित वर्मा, शमीम वर्मा शामिल हैं, जो कथित तौर पर घटनास्थल पर मौजूद थे. धारा 302 के तहत तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.