रामगढ़ नगरपालिका के अधिकारियों पर कोर्ट ने पट्टा बुक नष्ट करने के मामले में दिया एफआईआर दर्ज करने के आदेश
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रामगढ़ नगरपालिका के अधिकारियों पर कोर्ट ने पट्टा बुक नष्ट करने के मामले में दिया एफआईआर दर्ज करने के आदेश

मगढ़ नगरपालिका ईओ और प्रशासक पर एसीजेएम कोर्ट ने पट्टा बुक नष्ट करने के मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. 

एफआईआर दर्ज करने के आदेश

Ramgarh: अलवर जिले की रामगढ़ नगरपालिका ईओ और प्रशासक पर एसीजेएम कोर्ट ने पट्टा बुक नष्ट करने के मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही नव गठित रामगढ़ नगर पालिका के लिए नियमानुसार अध्यक्ष पद की दावेदार सरपंच रामगढ़ शकुंतला रावत के खिलाफ कथित कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उन्हें पद से वंचित रखने के भी आरोप सामने आए हैं.

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राजस्थान सरकार ने रामगढ़ को नगर पालिका बनाते हुए इसका नोटिफिकेशन 25 मार्च 2021 को जारी किया गया. इसके बाद 1 जून 2021 को स्वायत शासन विभाग के निदेशक और विशिष्ट सचिव ने आदेश जारी किए की नवसृजित नगरपालिकाओं में अध्यक्ष पद के लिए उस क्षेत्र की सबसे ज्यादा संख्या के आधार पर ग्राम पंचायत के सरपंच को अध्यक्ष और दूसरे नंबर की जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत के सरपंच को उपाध्यक्ष बनाया जाएगा. शेष सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच व पंचों को पार्षद माना जाएगा. इस आधार पर रामगढ़ सरपंच शकुंतला सैनी इस पद की दावेदार थी, लेकिन उनपर कथित झूंठे फर्जी पट्टा वितरण के आरोप लगाते हुए उन्हें इस पद से वंचित रखा गया.

इस मामले में शकुंतला सैनी ने न्यायलय की शरण ली. सैनी ने आरोप लगाए उनके खिलाफ फर्जी पट्टा वितरण के नाम पर गलत और फर्जी शिकायत दर्ज करवाकर हमारे खिलाफ झूंठा मामला बनाया गया, ताकि हमें इस पद से वंचित रखा जा सके. इस मामले में सरपंच पति बल्ली सैनी ने आरोप लगाए हैं. सब राजनैतिक स्तर पर स्थानीय विधायक के दबाव में काम किया जा रहा है.

एसडीएम कैलाश चन्द शर्मा ने अध्यक्ष पद के लिए विधायक के नाम पर 30 लाख रु की मांग की थी जो हमने नहीं मानी जिसके चलते हमारे खिलाफ फर्जी पट्टा वितरण के मामले में 25 मई 2021 को खुर्शीद पुत्र इसाक के नाम से एक झूंठी शिकायत दर्ज कराई, ताकि हमें जांच के नाम पर वंचित रखा जा सके. इस मामले में पुलिस जांच में सामने आ चुका है कि जिस नाम से शिकायत दर्ज कराई गई. 

उस नाम का कोई शख्स ही उस क्षेत्र में मौजूद नहीं है, लेकिन अधिकारी यही नहीं रुके जब पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि शिकायत फर्जी पकड़ी गई है तो सरपंच शकुंतला सैनी के खिलाफ एक और शिकायत कालूराम पुत्र भोला राम के नाम से फर्जी पट्टा मामले की शिकायत दर्ज कराई गई, जबकि कालूराम एक मजदूर किस्म का व्यक्ति है जिसे इस मामले का कोई लेना देना नहीं, कालूराम ने भी अपने बयानों में कहा उसे इस शिकायत के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस मामले में पूर्व विधायक ज्ञानदेंव आहूजा का कहना है कि नगर पालिका रामगढ़ भृष्टचार का अड्डा बन चुका है यहां 25 करोड़ से ज्यादा के घोटाले हुए हैं.

रामगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष पद की दावेदार शकुंतला सैनी ने फर्जी शिकायत प्रकरण के नाम पर उन्हें अध्यक्ष पद से वंचित रखने का मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा. अधिकारियों की गले की फांस बनता फर्जी शिकायत का मामला हाईकोर्ट जाने के बाद अब अधिकारियों पर आरोप लगे हैं. उन्होंने इस मामले से बचने के लिए जानबूझकर पट्टा बुक संख्या 8 को नष्ट कर दिया है. हालांकि इस मामले मे अब रामगढ़ एसीजेएम ने नगर पालिका ईओ और प्रशासक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए हैं. इस मामले में तहसीलदार घमंडीलाल का कहना है कि हमने पट्टा बुक पंचायत समिति भिजवाई थी, लेकिन वहां से वापिस नहीं लौटी है जांच में सब सामने आ जाएगा.

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