Rajasthan: 1500 मीटर की ऊंचाई पर माउंट आबू में स्थापित होगा मतदान केंद्र, 1450 वोटर्स पर होगा एक पोलिंग बूथ
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Rajasthan: 1500 मीटर की ऊंचाई पर माउंट आबू में स्थापित होगा मतदान केंद्र, 1450 वोटर्स पर होगा एक पोलिंग बूथ

 राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 200 सीटों पर 30 अक्टूबर से 6 नवंबर तक नामांकन की प्रकिया होगी. 25 नवंबर को वोटिंग और 3 दिसंबर को मतगणना होगी और इसी के साथ प्रदेश को नई सरकार भी मिल जाएगी. राजस्थान में 5 करोड 27 लाख मतदाताओं के हाथ में 200 सीटों का भविष्य होगा.

Rajasthan: 1500 मीटर की ऊंचाई पर माउंट आबू में स्थापित होगा मतदान केंद्र, 1450 वोटर्स पर होगा एक पोलिंग बूथ

Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 200 सीटों पर 30 अक्टूबर से 6 नवंबर तक नामांकन की प्रकिया होगी. 25 नवंबर को वोटिंग और 3 दिसंबर को मतगणना होगी और इसी के साथ प्रदेश को नई सरकार भी मिल जाएगी. राजस्थान में 5 करोड 27 लाख मतदाताओं के हाथ में 200 सीटों का भविष्य होगा. राज्य में 1957 के विधानसभा चुनावों में 879 मतदाओं के वोट डालने के लिए एक बूथ बनाया गया, जबकि 2023 के इस चुनाव में एक बूथ पर 1450 वोटर्स वोट डाल सकेंगे.

1450 वोटर्स पर होगा एक मतदान केन्द्र

 

राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बाद काफी बदलाव देखने को मिले हैं. मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र पर आने के लिए ज्यादा दूरी नहीं नापनी होगी ना ही ज्यादा देर तक लाइनों में लगना होगा. .इस बार दो किलोमीटर की दूरी पर मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं साथ में एक मतदान केंद्र पर 1450 से ज्यादा वोटर्स की संख्या नहीं रखी गई हैं. जिन मतदान केंद्रों पर 1450 से ज्यादा मतदाताओं की संख्या हैं वहां सहायक मतदान केंद्र स्थापित किया गया हैं. इस बार पोलिंग स्टेशन की दूरी को भी कम करते हुए 52 हजार 122 पोलिंग स्टेशन बनाए गए है. निर्वाचन विभाग के आंकडों पर नजर डाले तो .राज्य में 1957 के विधानसभा चुनावों में 879 मतदाओं के वोट डालने के लिए एक बूथ बनाया गया, जबकि 2023 के इस चुनाव में एक बूथ पर 1450 वोटर्स वोट डाल सकेंगे.

वर्ष 1962 के चुनाव में 892 मतदाताओं पर एक मतदान केन्द्र स्थापित किया गया था. इसके साथ ही 1967 में 945 वोटर्स ने एक बूथ पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 1972 के विधानसभा चुनावों में एक बूथ पर केवल 746 वोटर्स ही रखे गए. 1977विधानसभा चुनाव में एक बूथ पर 812 मतदाता, 1980 विधानसभा चुनाव में 830 मतदाता एक बूथ पर , 1985 विधानसभा चुनाव में 807 मतदाता एक बूथ पर, 1990 विधानसभा चुनाव में 854 मतदाता एक बूथ पर, 1993 विधानसभा चुनाव में 904 मतदाता एक बूथ पर, 1998 विधानसभा चुनाव में 738 मतदाता एक बूथ पर, 2003 विधानसभा चुनाव में 950 मतदाता एक बूथ पर, 2008 विधानसभा चुनाव में 852 मतदाता एक बूथ पर, 2013 विधानसभा चुनाव में 862 मतदाता एक बूथ पर, 2018 विधानसभा चुनाव में प्रति बूथ 920 वोटर्स को मतदान की सुविधा दी गई.

निर्वाचन विभाग के आंकडों पर नजर डाले तो विधानसभा चुनाव 1972 में एक हजार पुरुष मतदाताओं पर महिला वोटर्स की संख्या 723 थी. इसी तरह 1977 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 763 महिला, 1980 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 744 महिलाएं, 1985 के विधानसभा चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 728 महिलाएं, 1990 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 736 महिलाएं, 1993 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 755 महिलाएं, 1998 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 786 महिलाएं, 2003 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 841 महिलाएं, 2008 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 874 महिलाएं और 2013 के चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 892 और 2018 के चुनाव में एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 914 महिला मतदाताओं की संख्या रही. वहीं विधानसभा चुनाव 1962 में 184 सीटों के लिए चुनाव हुआ. जिसमें कुल 80,35,227 वोट डले. इसमें 46.64 लाख पुरुषों और 33.70 लाख महिलाओं ने मतदान किया. इसी तरह 1980 में 200 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कुल 92,21,870 मतदाताओं ने वोट डाले. जिसमें 54.03 लाख पुरुषों और 40.18 लाख महिलाओं ने मतदान किया. 2003 के चुनाव में कुल 2,27,94,915 वोट डले. जिसमें 1,23,82,152 पुरुषों और 1,04,12,763 महिलाओं ने मतदान किया. पिछले चुनाव 2018 में 3,57,06,726 कुल वोट डाले गए. जिसमें 1,86,60,276 पुरुषों और 1,70,46,450 महिलाओं ने मतदान किया.

1500 मीटर की ऊंचाई पर मतदान केंद्र

बहरहाल, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में अधिक से अधिक वोटिंग हो सके इसके लिए चुनाव आयोग दूरस्थ इलाकों में ढूंढ़ कर मतदान बूथ बनाया हैं. पहली बार 1500 मीटर की ऊंचाई पर बूथ बनाया गया है. राजस्थान में यह पहला अवसर है जब मतदाताओं की सुविधा के लिए 1500 मीटर की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थापित किया गया है. राजस्थान का सबसे ऊंचा पोलिंग स्टेशन माउंट आबू के शेरगांव में स्थापित किया गया है. यह गांव 1500 मीटर की ऊंचाई पर आबू पर्वत के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है. .इससे पूर्व शेरगांव की जनता को मतदान के लिए 10 किमी पगडंडी का रास्ता तय कर उतरज तक जाना पड़ता था. इस बूथ पर कुल 117 मतदाता हैं....निर्वाचन विभाग की इस पहल से स्थानीय जनता में खुशी की लहर है.

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