Kishanganj: अतिक्रमणकारियों ने वन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, महिलाओं ने फेंकें पत्थर
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Kishanganj: अतिक्रमणकारियों ने वन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, महिलाओं ने फेंकें पत्थर

बारां के किशनगंज में वन भूमि पर अतिक्रमण करने वाले भू माफियों के हौसलें बुलंद तिक्रमण कर बनाई टापरी हटाने पहुंची वन विभाग की टीम को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. मारपीट में 6 कर्मचारी घायल हो गए,  वही एक वनकर्मी को बंधक बना लिया, गश्ती दल प्रभारी शाहबाद बेहोश होकर वहीं गिर गए.

वन कर्मियों से मारपीट

Kishanganj, Barn News: बारां के किशनगंज में वन भूमि पर अतिक्रमण करने वाले भू माफियों के हौसलें इतने बुलंद है, उन्होंने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया. कस्बाथाना कस्बे के समीप वन भूमि पर अतिक्रमण कर बनाई टापरी हटाकर पौधरोपण करने गई वन विभाग की टीम पर अतिक्रमियों ने हमला कर दिया. अतिक्रमियों ने वनकर्मियों को एक किमी तक दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, ऐसे में वनकर्मियों ने भागकर जान बचाई. मारपीट में 6 कर्मचारी घायल हो गए,  वही एक वनकर्मी को बंधक बना लिया, जिससें बाद में छोडा गया.

सहायक वनपाल सतीश गुर्जर ने बताया कि वन खंड कस्बाथाना बी मोजा मलवाया में पौधरोपण का कार्य चल रहा है. यहां पर करीब 15 से 20 टापरी बनाकर मध्यप्रदेश के अतिक्रमी रहते हैं. उनको जगह खाली करने के लिए कई बार समझाइश की, फिर भी अतिक्रमियों ने वन भूमि से बाड़, झाड़ व टापरी नहीं हटाई. जिसके बाद वन विभाग की टीम पौधरोपण करने पहुंची और जैसे ही वहां काम शुरू किया, तो मोहन पटेल भील करीब पांच सात व्यक्तियों और महिलाओं को लेकर मौके पर आ गया और उन्होंने आते ही लाठी-डंडे, गोफन से टीम पर हमला कर दिया.

इस घटना में रामकिशन नागर वनपाल और गश्ती दल प्रभारी शाहबाद बेहोश होकर वहीं गिर गए. सहायक वनपाल रामभरोसी के पीठ पर चोटें आई, वनरक्षक प्रधान जाट के पैर पर गोफन के पत्थरों से चोट आई, जबकि सियाराम वनरक्षक के सिर पर लाठी से हमला किया गया. घटना में सहायक वनपाल सतीश गुर्जर के हाथ पर भी पत्थर से वार किए गए. वनकर्मियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई. इस दौरान अतिक्रमियों ने रामकिशन नागर वनपाल को बंधक बना लिया, जिन्हें जैसे-तैसे बाद में वहां से लेकर आए. यह लोग मौके पर काम कर रहे मजदूरों का सामान उठा ले गए. अतिक्रमियों ने दो होमगार्ड जितेंद्र गालव व मनोज चैरसिया पर भी पत्थर बरसाए.

मुख्य हमलावर मोहन पटेल भील मध्यप्रदेश के आमडांडा का निवासी है, इसके साथ पांच-सात अन्य व्यक्ति व महिलाएं भी थी. सहायक वनपाल गुर्जर ने बताया कि अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमला करने के बाद भी अतिक्रमियों ने टीम को करीब एक किलोमीटर तक दौड़ा- दौड़ा कर पीटा. घटना के बाद अतिक्रमी भी मौके से फरार हो गए. इसके बाद कर्मचारी जैसे-तैसे कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए पहुंचे. इस घटना के बाद मौके पर कार्य कर रहे मजदूरों में दहशत फैल गई और उन्होंने पौधरोपण कार्य बंद कर दिया.

वन विभाग शाहाबाद  के रेंजर मोहम्मद हफीज ने बताया कि मध्यप्रदेश से कुछ भील कस्बाथाना वन भूमि पर आकर बस गए हैं. उन्होंने वन भूमि पर अवैध कब्जा कर टापरी बना ली है और फसल भी बो दी है. जिनको बेदखल की कार्रवाई की जा रही थी. जब टीम बेदखल की कार्रवाई करने पहुंची तो टीम पर हमला कर दिया. टीम में करीब 15-20 कर्मचारी थे जिन पर हमला कर दिया गया, इनमें से 6 कर्मचारियों को चोटें आई हैं. कस्बाथाना थाने में रिपोर्ट भिजवाई गई थी, लेकिन वहां थानाधिकारी नहीं होने से मामला दर्ज नहीं किया है, उनके पहुंचने पर फिर से रिपोर्ट भेजकर मामला दर्ज करवाया जाएगा.

Reporter - Ram Mehta

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