पुलिसकर्मी की मनमानी! नाबालिग के साथ किया मारपीट, बच्चे के कान का पर्दा फटा
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पुलिसकर्मी की मनमानी! नाबालिग के साथ किया मारपीट, बच्चे के कान का पर्दा फटा

Baran Crime News:बारां में  परिवाद व इस्तगासे में पीडित पिता चैन सिंह प्रजापति ने बताया कि खजूरपुरा तिराहे पर तरबूज विक्रय करने के लिए दुकान लगाई थी. 9 जून को पीडित का पुत्र दीपक दुकान पर था.

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Baran Crime News:बारां में जगजीवन राम कॉलोनी निवासी चैन सिंह प्रजापति ने एसपी को ज्ञापन देकर व जिला एवं सेशन न्यायालय में इस्तगासा पेश कर नाबालिग बच्चे के साथ मारपीट करने व कान का परदा डेमेज किए जाने के संबंध में कार्रवाई की मांग की है.

परिवाद व इस्तगासे में पीडित पिता चैन सिंह प्रजापति ने बताया कि खजूरपुरा तिराहे पर तरबूज विक्रय करने के लिए दुकान लगाई थी. 9 जून को पीडित का पुत्र दीपक दुकान पर था.दुकान के पास ही नंदलाल सुमन की स्कूटी खडी हुई थी. 

दीपक उक्त स्कूटी पर जा बैठा. इतने में पीडित के पुत्र दीपक को स्कूटी मालिक नंदलाल थाने में ले गया. जहां पर नंदलाल दीपक को डराने के लिए पुलिसकर्मी अमरचंद के पास ले गया. डराने -धमकाने के बाद नंदलाल सुमन ने पुलिसकर्मी से कहा कि मैं अब बच्चे को ले जाउ तो पुलिसकर्मी ने मना कर दिया और बच्चे के पिता को फोन किया. पीडित बाहर होने के कारण समय पर नहीं पहुंच सका.

शाम 4 बजे के करीब पीडित चैन सिंह नंदलाल सुमन को साथ लेकर कोतवाली पहुंचे, जहां पर उक्त पुलिसकर्मी नहीं मिला. दूसरे पुलिसकर्मी ने कहा कि जिनके पास मामला है वे ही बच्चे को छोडेंगे. एक 12 वर्षीय बच्चे को पुलिस द्वारा सुबह 10 बजे सायं 4 बजे तक थाने में बैठाया रखा, जहां बच्चे के साथ पुलिसकर्मी द्वारा मारपीट की गई, जिससे बच्चे दीपक के कान का परदा डेमेज हो गया. पीडित ने बताया कि पुलिसकर्मी ने बच्चे को इतनी तेज मारा कि बच्चे के कान से पहले तो पानी बहने लगा फिर कान से खून आ गया. फिर भी पुलिसकर्मी द्वारा बच्चे को नहीं छोडा गया. 

फिर पुलिसकर्मी का कोई जान-पहचाने वाले द्वारा कोतवाली पहुंचकर उक्त पुलिसकर्मी के फोन किया तब जाकर पीडित के बच्चे को छोडा गया. कि नाबालिग बच्चा होने के बावजूद भी बच्चे को छह घंटे तक भूखा-प्यासा कोतवाली में पुलिसकर्मी द्वारा बैठाया रखा. दीपक के माता-पिता, फरियादी सब थाने आकर पुलिसकर्मी से बच्चे को छुडाने के लिए आते है तो नहीं छोडा जाता, लेकिन पुलिसकर्मी का कोई मिलने वाला आता है तो 6 घंटे बाद बच्चे को छोडा जाता है. 

यह पुलिस प्रशासन का कौनसा नियम है. पीडित ने अपने बच्चे का कान डा. पवन कुमार के घर दिखाया तो डाक्टर ने जांच कर दीपक का कान अंदर से डेमेज होना बताया. जिसका अभी इलाज चल रहा है. पीडित ने एसपी को दिए परिवाद व इस्तगासे के आधार पर उक्त पुलिसकर्मी पर मामला दर्ज कर उचित कार्रवाई की मांग की है.

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