बाड़मेर न्यूज: बाड़मेर में सुसाइड का मामला सामने आया है.विचाराधीन बंदी ने जेल में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. जानिए ये पूरा मामला क्या है.
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बाड़मेर: बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित जिला कारागृह में विचाराधीन बंदी ने बाथरूम में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना व पुलिस न्यायिक मजिस्ट्रेट जिला कारागृह पहुंचे. साथ ही जेल अधिकारियों के साथ घटनास्थल का मौका मुआयना कर बंदी के शव को नीचे उतरवाकर बाड़मेर मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
बाथरूम में की आत्महत्या
जानकारी के अनुसार शिव थाना क्षेत्र के रामदेवनगर मोखाब निवासी रावत नाथ पुत्र वभूतनाथ धारदार हथियार के साथ शिव थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद 19 जुलाई को जेल भेज दिया गया था. आज दोपहर को विचाराधीन बंदी रावतनाथ लघुशंका के बहाने बाथरूम गया और उसके बाद तौलिए से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. जब काफी समय बाद बंदी वापस बैरक में नहीं लौटा तो जेल सुरक्षाकर्मियों ने बाथरूम में जाकर देखा तो वह लटक रहा था. उसके बाद जेल सुरक्षा कर्मियों ने जेल अधिकारियों को सूचना दी.
जेल अधिकारियों की सूचना पर न्यायिक मजिस्ट्रेट व कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर जेल अधिकारियों ने मीडिया से बात करने पर साफ तौर पर इनकार कर दिया.
फिलहाल पुलिस द्वारा न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में मेडिकल बोर्ड से बंदी के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा. इस पूरे मामले को लेकर न्यायिक मजिस्ट्रेट शालिनी चौधरी का कहना है कि बंदी के द्वारा जेल में आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल का मौका मुआयना किया और अब इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
नशे की गोलियां खाता था मृतक
मृतक बंदी के पिता व भूतनाथ ने बताया कि उनका बेटा रावत नाथ गांव में ही पत्थर तोड़ने का काम करता था और वह नशे की गोलियां भी खाता था. पिछले दिनों तलवार लेकर गांव में ही किसी के घर में घुस गया था. उसके बाद पुलिस ने पकड़ कर उसे जेल भेज दिया गया था और आज सूचना मिली कि उसने जेल में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.