Bhilwara News: क्षेत्र के भादू गांव में राजस्थान सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले राशन वितरण के इंतजार में करीब आधे से ज्यादा गांव के लोग बाट जोहे बैठे हैं.
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Bhilwara, Mandal: क्षेत्र के भादू गांव में राजस्थान सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले राशन वितरण के इंतजार में करीब आधे से ज्यादा गांव के लोग बाट जोहे बैठे हैं. उनका कहना है कि पिछले तीन महीने पहले से ही उनके गांव के राशन डीलर ने मशीन पर उनका अंगूठा लगवा कर ले गया और बोला की बहुत जल्द राशन मिल जाएगा. लेकिन तीन माह बीत गए अब तक उनका राशन (गेहूं) उन्हें नही मिला है.
लोगों की शिकायत के बाद तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी गांव पहुंचे जहां उन्होंने राशन डीलर की कार्यप्रणाली पर जांच कर उसे शीघ्र प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. लेकिन ग्रामीणों में रोष व्याप्त है कि पिछले तीन महीने से ज्यादा बीत चुके हैं उनका राशन उन्हें अब तक क्यों नही मिला. आखिर सैकड़ों लोगों को प्रति माह मिलने वाला बड़ी मात्रा में राशन विभागीय गोदामों से राशन डीलर के पास पहुंच जाने के बाद वितरण नहीं हुआ तो गया कहा.
जानकारी के अनुसार 5 दिसंबर को ग्रामीणों की शिकायत पर जिला रसद विभाग से अधिकारी भादू पहुंचे और औचक निरीक्षण किया जहां जांच की तो वाकई में राशन डीलर देवी लाल कुम्हार ने बड़ी गड़बड़िया कर रखी थी. जांच में दोषी पाए जाने पर डीलर को सस्पेंड कर दिया गया और उसकी जगह गेगास राशन डीलर मांगी लाल वैष्णव को अतिरिक्त कार्यभार दे दिया. चार्ज संभालते समय मांगी लाल ने बताया कि करीब एक हजार परिवारों को राशन वितरण करना बाकी था. जिनका वितरण शुरू किया जा रहा है.
ग्रामीणों में इंद्रा देवी, शांति लाल, बाली देवी ने बताया कि पूर्व राशन डीलर देवी लाल करीब तीन माह पूर्व हमारे घर आया और पॉश मशीन पर अंगूठे लगा कर ले गया और बोला की गेहूं आते ही सुचित कर दिया जाएगा. लेकिन अब तक उन्हें राशन नहीं मिला. ग्रामीणों ने बताया कि देवी लाल पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से यहां राशन डीलर का कार्य कर रहा है और कई बार गड़बड़ियों के कारण इसे सस्पेंड किया जा चुका है लेकिन उच्च अधिकारियों से सांठ गांठ कर पुनः बहाल हो जाता है.
अधिकारियों की अनदेखी से ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पिछले छः माह से चल रही गड़बड़ी में अब प्रतिमाह राशन वितरण के लिए भादू केंद्र को मिलने वाले 260 क्विंटल गेहूं जो को छः माह के आंकड़े के हिसाब से 1560 क्विंटल होता है. अधिकारियों द्वारा राशन डीलर को सस्पेंड कर मामले को इतिश्री कर दिया गया लेकिन 1560 क्विंटल गेहूं जिसकी बाजार कीमत करीब 45 लाख रुपए होती है. जो कि बहुत बड़ा आंकड़ा है. इतने बड़े घोटाले के बावजूद विभाग ने अब तक राशन वसूली और घोटाला करने संबधित कार्रवाई क्यों नही की. मामले में जिला रसद अधिकारी निरमा विश्नोई से जब जानकारी मांगी तो पहले तो बताया कि में अभी बाहर हूं जांच कार्रवाई करवाएंगे, और कुछ समय बाद पुनः फोन कर बताया कि उसको सस्पेंड कर दिया गया है. रिकवरी के लिए पूछा तो बताया रिकवरी नहीं देगी. तो ठीक नहीं तो टर्मिनेट कर देंगे.
Reporter- Dilshad Khan