सरकार बच्चों के पौष्टिक आहार को लेकर पोषाहार योजना पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. लेकिन धरातल पर स्थानीय कर्मचारियों कि लापरवाही के चलते बच्चो के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
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Kolayat: सरकार बच्चों के पौष्टिक आहार को लेकर पोषाहार योजना पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. लेकिन धरातल पर स्थानीय कर्मचारियों कि लापरवाही के चलते बच्चो के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.ऐसा ही नजारा कोलायत उपखण्ड क्षेत्र के झझू गांव की राजकीय प्राथमिक विधायक में देखा गया. जब ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील जैन ने ओचिक निरक्षण कर पोषाहार चेक किया.
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बीसीएमओ डॉ सुनील जैन के जरिए निरीक्षण करते हुए पोषाहार में खिलाई जाने वाली दाल देखते हुए डॉ. जैन ने शाला स्टाफ को फटकार लगाई, कहा कि, इस तरह की दाल खिलाने से बच्चों को बीमारियां हो सकती है.
कोलायत क्षेत्र के निकटवर्ती गांव में झझु की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बालिका स्कूल में कोलायत बीसीएमओ डॉक्टर सुनील जैन ने औचक निरीक्षण किया . इस दौरान उन्होंने गुड टच बैड टच के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी .उसके बाद उन्होंने स्कूल में बन रहे पोषाहार का निरीक्षण करते हुए उसे चखा, तो सन्देह होने पर पोषाहार के संग्रहालय में पड़ी दाल को चेक किया.
दाल के डब्बे में पड़ी दाल पूरी तरह से खराब थी. वह अंदर से दाल खोखली हो रखी थी और पूरी तरह से आटा बनाया हुआ था.जिसको देखने पर बीसीएमओ डॉक्टर सुनील जैन ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि इस तरह का भोजन बच्चों को खिलाकर बच्चो के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है .अगर ऐसा भोजन बच्चे खाएंगे तो बीमारियां होने की आशंका बनी रहती है . इस संबंध में डॉक्टर जैन ने संबंधित शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया.
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झझु में डॉक्टर सुनील जैन और लक्ष्मीकांत छंगाणी ने राज्य सरकार की योजना गुड टच बैड टच के बारे में जानकारी दी और साथ ही टीबी रोग से बचाव के उपाय भी बताए.इस दौरान एएनएम संजू भी मौजूद रही.
Reporter: Tribhuvan Ranga
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