Science Facts: कुत्ते और बिल्ली की लड़ाई का क्या है राज, क्यों करते है एक दूसरे से नफरत, ये है विज्ञान का दावा
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Science Facts: कुत्ते और बिल्ली की लड़ाई का क्या है राज, क्यों करते है एक दूसरे से नफरत, ये है विज्ञान का दावा

Do cats and dogs really hate each other: हम जब भी अपने भाई बहनों से लड़के है तो हमारे बुजुर्ग हमें यह कहते हुए छुड़वाते है कि क्यों कुतें बिल्ली के जैसे लड़ रहे हो, फिर हम भी यह सोचते है कि क्या वाकई में हम उनकी तरह लड़ते है तो चलिए आज इस तर्क को जान लेते है कि आखिर विज्ञान इसे लेकर क्या सोचता है. 

 

Science Facts: कुत्ते और बिल्ली की लड़ाई का क्या है राज, क्यों करते है एक दूसरे से नफरत, ये है विज्ञान का दावा

Do cats and dogs really hate each other: आपके घर में बिल्ली है और आप एक कुत्ता लाने की  भी सोच रहे है पर यह सोचकर रूक जाते है  कि क्या वह दोनों एक घर में रह पाएंगे. क्योंकि यह कहावत बहुत पुरानी चली  आ रही है कि कुत्ते और बिल्ली में दोस्ती  बिल्कुल भी नहीं हो सकती. वे दोनों एक दूसरे से बेहद नफरत करते है. लेकिन इन बातों में कितनी सच्चाई है और ऐसा क्यों कहा जाता है आइए इसे  विज्ञान के नजरिए समझने की कोशिश करते है. और जानते है कि यह कितनी अखिक्त और कितनी फसाना. 

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क्या बिल्लियाँ और कुत्ते सच में एक दूसरे से नफरत करते हैं?
हमने अपने बड़े बुजुर्गों से अक्सर यह सुना है कि कुत्तें बिल्ली जैसे लड़ते रहते है. जिसक अर्थ यह निकलता है कि यो दोनों  प्रजतियां आपस में कांटे की दुशमनी रखते है. लेकिन विज्ञान  इस बारे में कुछ और ही कहता है. वह यह मानता है कि 'बिल्लियों और कुत्तें असलियत में एक दूसरे के दुश्मन नहीं  होते हैं. क्योंकि अगर ऐसे होता तो कई घरों में यह एक साथ रहते हुए नहीं देखे जाते.  अगर इनमें कही अंतर पाया जाता है तो वह इनकी प्रजातियों  के बीच. इनकी बातचीत के संदर्भ में पाया जाता है. तो चलिए जानते है आखिर कैसे यह दोनों जानवर एक दूसरे से बातचीत करके अपनी दोस्ती को दुश्मनी और दुश्मनी को दोस्ती में बदलते है. 

हम अक्सर कार्टून या फिल्मों में देखते है कि  बिल्लियां और कुत्ते एक दूसरे से केवल नकारात्मक रूप से बातचीत करते हैं, जैसा हमने 2001 में आई Cat And Dog जिसमें बिल्लियों और कुत्तों के बीच एक चल रहे एक टॉप-सीक्रेट, हाई-टेक जासूसी  मिशन को लेकर दोनों में हमेशा लड़ाई लगी रहती है. इसी जैसे और भी कार्टून हौ जो हमें यह बताते रहते है.  हालांकि, इस तर्क में जरा भी सच्चाईनहीं है, और 2020 में प्रकाशित एक अध्ययन का उद्देश्य इस मिथक पर प्रकाश डालना था. 

 रिसर्च में लगभग 1,300 लोगों ने भाग लिया, और प्रत्येक व्यक्ति के पास एक ही घर में कम से कम एक कुत्ता और एक बिल्ली रहती थी.हर एक प्रतिभागी ने एक प्रश्नावली भरी जिसमें उनके पालतू जानवरों के व्यवहार और बातचीत का ब्यौरा दिया गया था. जहिर है सभी के जवाब हमारी किवदंती से बिल्कुल उल्टे ही पाए गए होंगे. जवाबों  के अध्ययन से वैज्ञानिकों ने पाया कि कुत्ते और बिल्लियाँ  "बिल्लियों और कुत्तों की तरह" नहीं लड़ते. वे कभी-कभी लड़ते हैं, जैसा कि सभी जानवर करते हैं, लेकिन जब वह  दूसरे से आपस में बातचीत करते है तो दोनों एक दूसरे काफी फर्ल्ट करते है. और कभी कभी एक दूसरे में  रुचि की कमी का  भी संकेत देते रहते है. 

वहीं कुत्तों के बारें में यह कहा जाता है कुत्ते दो प्रजातियों के अधिक मिलनसार हैं. उन्हें अंदर एक बहतरीन कौशल होता है कि वह कही भी अपने आप को किसी भी हालात में  ढाल लेते है. यही कारण है कुत्तों को इंसान का सबसे सच्चा दोस्त कहा जाता है. इसी कारण वह इंसान क सभा मानवीय भावनाओं को "पढ़ने" में मदद होती है. वहीं अगर बिल्लियों के स्वभाव की बात करें तो वे मनुष्यों पर इतना निर्भर नहीं हैं कि उन्हें सुरक्षित रखा या खिलाया जा सके. वास्तव में, जंगली और घर में रहने वाली घरेलू बिल्लियाँ स्वयं अपने खाने पीने और रहने का देख लेती है. 

इसका अर्थ यग बिल्कुल भी नहीं है  कि बिल्लियों में भावनाएं नहीं होती है, वे बस अपनी भावनाओं को कुत्तों  के जैसे  दिखाते नहीं हैं. बिल्लियों में एक खासियत यह है कि वह अजनबियों की तुलना में अपने मालिकों को अलग तरह से पहचानती और प्रतिक्रिया देती हैं.बिल्लियाँ अक्सर अपने मालिकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए विशिष्ट तरीकों से "म्याऊ" करती हैं.

वास्तव में, चूंकि बिल्लियां खाने या रहने के लिए पूरी तरह से इंसानों पर निर्भर नहीं होती हैं, इसलिए इन बेसिक जरूरतों को ज्यादा अहमियत न देते हुए मानव कंपनी को ज्यादा  पसंद करती हैं.

एक सामान्य  बात जो दोनों प्रजातियों में सामाजिकता को परिभाषित करता है, वह उनके प्रारंभिक महीने हैं.कुत्तों और बिल्लियों के लिए समाजीकरण की अवधि उनके जीवन की शुरुआत में शुरू होती है और काफी हद तक इस बात से निर्धारित होती है कि इस दौरान उन्हें कितना मानव संपर्क प्राप्त होता है.इन शुरुआती महीनों में उनके  जरिए विकसित कोई भी व्यवहार इस बात पर आधारित होता है कि लोगों के साथ उनकी क्या बातचीत होती है. 

बिल्लियां और कुत्ते एक दूसरे के साथ क्या करते हैं?
इन दोनों प्रजातियों में बातचीत दो प्रकार की होती है, अंजान कुत्तों और बिल्लियों के बीच, और जान पहचान कुत्तों और बिल्लियों के बीच.परिचितता का पहलू सहवास या बार-बार बातचीत से संबंधित है.अपरिचित कुत्तों पर अपरिचित बिल्ली पर हमला करने, गुर्राने या भौंकने की संभावना अधिक होती है.हालांकि, कुत्तों के एक बड़े प्रतिशत (20.5%) ने बिल्लियों पर अपनी पूंछ अगर हिलाती है , जो संभावित अनुकूल प्रतिक्रिया का संकेत देता है.

अपरिचित बिल्लियाँ कुत्ते की उपेक्षा करने या स्थिति से बचने की कोशिश करने की अधिक संभावना रखती हैं.कुत्तों के समान, बिल्लियों के एक बड़े प्रतिशत (13.5%) ने कुत्ते से सौहार्दपूर्ण तरीके से संपर्क करने की कोशिश की.जंगली आबादी के लिए, दोनों प्रजातियाँ अन्य प्रजातियों के प्रति बहुत ही समझने योग्य घबराहट प्रदर्शित करती हैं.वास्तव में, बिल्लियाँ अपरिचित कुत्तों के प्रति विशेष रूप से घबराहट दिखाती हैं, लेकिन अन्य अपरिचित बिल्लियों के प्रति एकमुश्त शत्रुता.यह सभी चक्र प्रत्येक बिल्ली में स्वायत्तता के एक बड़े स्तर पर वापस आते हैं.वास्तव में, बहु-बिल्ली परिवार अक्सर लड़ाई और आक्रामकता की रिपोर्ट करते हैं.

यह कहना आसान है कि कुत्ते और बिल्लियाँ आपस में लड़ते हैं, बजाय इसके कि लकड़बग्घे और शेर लड़ते हैं.यह उनके वितरण के लिए नीचे आता है.हम हर दिन बिल्लियों और कुत्तों को देखते हैं, लेकिन हम अन्य जंगली जानवरों के लिए ऐसा नहीं कह सकते.

जंगली कुत्ते और बिल्लियाँ एक-दूसरे के साथ स्पष्ट रूप से खड़े होते हैं, लेकिन घरेलू बिल्लियों और कुत्तों में यह गतिशील परिवर्तन होता है.जैसे-जैसे बिल्लियों और कुत्तों के बीच परिचितता बढ़ती है, वैसे-वैसे उनके सामाजिक बंधनों की तीव्रता भी बढ़ती जाती है.एक ही घर में रहने वाले कई कुत्ते और बिल्लियाँ एक साथ सोते और खेलते भी हैं.

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