Rajasthan Budget: राजस्थान बजट में धौलपुर जिले को क्या मिला, निराशा या खुशी, जानें यहां
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Rajasthan Budget: राजस्थान बजट में धौलपुर जिले को क्या मिला, निराशा या खुशी, जानें यहां

  राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में आखिरी एवं पांचवा बजट पेश किया.  आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह चुनावी बजट के रूप में देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा इस बजट को महज दिखावा मान रही है.

Rajasthan Budget:  राजस्थान बजट में धौलपुर  जिले को क्या मिला, निराशा या खुशी, जानें यहां

Rajasthan Budget:  राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में आखिरी एवं पांचवा बजट पेश किया.  आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह चुनावी बजट के रूप में देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा इस बजट को महज दिखावा मान रही है. वही कांग्रेस ने इस बजट की सराहना की है

धौलपुर जिले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में कुछ सौगातें दी है. लेकिन जले वासियों को अपेक्षाओं मुताबिक घोषणाएं नही होने पर निराशा भी हाथ लग गई है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट को लेकर कोंग्रेसियों में उत्साह देखा जा रहा है. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा विधानसभा पेश किया गया बजट आमजन को राहत देने वाला है बजट में किसान, मजदूर, मध्यम वर्ग, व्यपारी एवं सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पेश किया गया बजट आगामी समय में विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा.
वही भाजपा के स्थानीय नेताओं का कहना है कि बजट में लोगो को निराशा मिली है. अशोक गहलोत सरकार ने किसानो और युवाओं के साथ वादाखिलाफी की है. बजट को लेकर कोंग्रेस और भाजपा आमने सामने हैं.

धौलपुर जिले को मिला यह:

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पेश किया गया आखिरी बजट धौलपुर वासियों के लिए निराशाजनक देखा जा रहा है. हालांकि बजट घोषणा में मुख्यमंत्री ने जिले को कुछ सौगातें भी दी है जिनमे
जिले में नशा मुक्ति केंद्र खोला जाएगा
जिसमें काली तीर योजना के तहत बजट को बढ़ाया गया है
जिले के किसानो के लिए सूक्ष्म इकाई योजना शुरु की जाएगी
जिले में फूड पार्क खोले जाएंगे
जिला मुख्यालय पर विवेकनंद हॉस्टल की स्थापना की जाएगी
जिला मुख्यालय कृषि महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है
इसके साथ ही जिले की पांच बडी सड़कों के निर्माण के साथ जर्जर सड़क मार्गों की रिपेयरिंग कराई जाएगी

इसके साथ सैपऊ उपखंड मुख्यालय को नगर पालिका बनाने की मांग अधूरी रहने के साथ कृषि उपज मंडी की भी मांग अधूरी रह गई है. जिससे लोगों में निराशा देखी जा रही है

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