Rajasthan Election 2023: गोविंद सिंह डोटासरा ने चित्तौड़गढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को लेकर असहज बयान दिया. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के नेताओं की अजीबोगरीब पिक्चर देखने को मिल रही है. कोई पल्लू खींचता है, कोई चोला खींचता, पता नहीं कैसी कैसी पिक्चर देखने को मिल रही है.
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Rajasthan Election 2023, Chittorgarh News: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एक दिवासीय चित्तौड़गढ़ दौरे पर रहे. डोटासरा बड़ी सादड़ी में आयोजित सरस खेल प्रतियोगिता में शामिल होने आए थे. इस दौरान चित्तौड़गढ़ मुख्यालय स्थित सर्किट हाऊस में स्वागत कार्यक्रम के दौरान डोटासरा बीजेपी पर जमकर गरजते नजर आए. इस दौरान उनके साथ सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना सहित स्थानीय जनप्रतिनिधी और नेतागण मौजूद रहे. इस दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सर्किट हाउस में एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए.
प्रदेश में कांग्रेस की ओर से राजनीतिक नियुक्तियों में की गई देरी को लेकर पूछे गए सवाल पर डोटासरा ने देरी के पीछे परिस्थितियों का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश में खरीद फरोख्त कर कांग्रेस की सरकार गिराई. उसी तरह राजस्थान में भी सरकार गिराने के पूरे प्रयास किए.
चित्तौड़गढ़ में जन स्नेह और उत्साह जनता के प्रति कांग्रेस पार्टी के संकल्पबद्ध होने का प्रतीक है pic.twitter.com/dkq3edaLrc
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) June 4, 2023
अमित शाह ने राजस्थान में सरकार को गिराने को नाक का बाल बना लिया था, लेकिन जनता के आशीर्वाद और संगठन की एक जुटता की वजह से वो अपने प्रयासों में सफल नहीं हो सके. इन सब परिस्थितियों के चलते राजनीतिक नियुक्तियों में समय लगा. डोटासरा ने कहा कि ये सब फैसले पार्टी आलाकमान स्तर के होते है, अब जल्द ही जितने पेंडिंग फैसले है, उन पर शीघ्र निर्णय होंगे.
सचिन पायलट और सीएम के सुलह के दावों पूछे सावालों पर डोटासरा टालमटोल कर सही से जवाब देने से बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं में सुलह के बाद कोई मामला ही नहीं बचा. मीडिया की न्यूज नहीं बन रही इसलिए इस तरह की बात की जाती है.
डोटासरा ने कहा कि तीन चार दिन पहले आला कमान केसी केसी वेनूगोपाल ने दोनों नेताओं की सुनी, दोनों नेता संतुष्ट है. आला कमान ने कह दिया हम सब एक है. एक साथ मिलकर 2023 का चुनाव लड़कर जीतेंगे और 2024 में केंद्र में यूपीए सरकार बनाएंगे. इसके बाद कोई मामला ही नहीं बचा.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को लेकर हाल ही में डोटासरा की ओर से दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि सांसद सीपी जोशी को कोई नहीं जानता. पूरे राजस्थान में नेता के नाम पर सीपी जोशी की बात आती है तो स्पीकर और नाथद्वारा से विधायक डॉक्टर सीपी जोशी को जानते है. वो केंद्र से मंत्री और भीलवाड़ा से सांसद भी रह चुके हैं. इस नाम से उनकी ही पहचान है.
जबकि चित्तौड़गढ़ सांसद रहने की वजह से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को केवल स्थानीय स्तर पर पहचाना जाता है. इसके अलावा उनकी तरफ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की कोई पहचान नहीं है. इसी तरह डोटासरा ने भाजपा और प्रधानमंत्री पर भी सीधा निशाना साधा. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी को शून्य है. उन्होंने कहा कि भाजपाइयों को आपस में लड़ने से भी फुर्सत नहीं.
इसे लेकर उन्होंने मंच से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को लेकर असहज बयान दिया. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान के नेताओं की अजीबोगरीब पिक्चर देखने को मिल रही है. जिसमें कभी वसुंधरा जी राजेन्द्र राठौड़ को कोहनी मारती है, तो कभी राजेन्द्र राठौर उन्हें कोहनी मारते है. कोई पल्लू खींचता है, कोई चोला खींचता, पता नहीं कैसी कैसी पिक्चर देखने को मिल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान के दौरे को लेकर डोटासरा हमलावर नजर आए. डोटासरा ने कहा कि मोदीजी ने उद्बोधन के दौरान मंच से भाजपा के किसी बड़े नेता का नाम नहीं लिया. ऐसे में या तो भाजपा के नेता किसी लायक नहीं है, या मोदी अहम में है और तानाशाह बन गए कि उन्हें यहां के भाजपा नेता कीड़े मकोड़े लग रहे, जो उन्हें नजर भी नहीं आ रहे.
डोटासरा ने कहा कि मोदी जी को ये लगता है कि उनका चेहरा, उनका भाषण और उनका नाम राजस्थान में भाजपा को जीता देगा, तो वे भ्रम में है. टिकट वितरण को लेकर मंच से डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में सरकार रिपीट हो रही है, लेकिन चित्तौड़गढ़ की इसमें शत प्रतिशत भागीदारी हो इसके लिए मैं यहां आया हूं.
टिकट वितरण को लेकर डोटासरा ने कहा कि इस बार साफ और स्पष्ट है कि चाहे कितना ही बड़ा और ताकतवर नेता हो, इस बार किसी का कोई कोटा नहीं है. इस बार जनता के बीच हुए सर्वे, कार्यकर्ता और जनता का जो फीडबैक आलाकमान के पास पहुंचेगा.
उसके आधार पर मुख्यमंत्री, वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर फीडबैक लिया जाएगा. इसी के आधार पर शत प्रतिशत जीतने वाले, कांग्रेस के लिए कार्य करने वाले, जनता के बीच में रहने वाले और जनता के चहेते को टिकट दिया जाएगा.
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मंत्रालयिक कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सुनवाई नहीं किए जाने पर पूछे गए सवाल पर डोटासरा ने कहा पिछले साढ़े 4 साल में सरकार ने कर्मचारियों सहित हर वर्ग के लिए अच्छा काम किया है. हड़ताल तब की जाती है, जब सरकार वार्ता करने को तैयार ना हो.
जबकि सरकार हर मुद्दे पर वार्ता के लिए तैयार है. सरकार ने ओपीएस लागू (OPS) करने सहित वेतन विसंगतियों को दूर किया है. अब जब सरकार जब महंगाई राहत कैंप के माध्यम से आमजन को फ्लैगशिप योजनाओं के मार्फ़त 10 गारंटी योजनाओं का लाभ दे रही है, आमजन में सरकार को लेकर खुशी का माहौल है, ऐसे में कर्मचारियों को स्ट्राइक करने की बजाए अपने प्रतिनिधीमण्डल को भेज कर डोटासरा, मंत्रियों या सीधे मुख्यमंत्री से वार्ता कर सकते है. सरकार हर समय बातचीत करने को तैयार है, जो भी जायज मांगे हैं वो पूरी होगी.
थर्ड ग्रेड टीचर के रुके ट्रांसफर को लेकर पूछे गए सवाल पर डोटासरा ने कहा कि इसे लेकर प्रक्रिया चल रही है. हम चाहते है कि थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर हो, नई भर्तियां होनी है. नई भर्तियों से पहले ट्रांसफर कर देते है तो यहां के सभी लोग उन 10-12 जिलों में चले जाएंगे तो यहां शिक्षण कार्य प्रभावित होगा. ऐसे में थर्ड ग्रेड टीचर के ट्रांसफर और उनकी नई भर्ती में सामंजस्य स्थापित कर दोनों कार्य किए जा सके. इस दिशा में कार्य हो रहा है.