Rajasthan : किरोड़ीलाल मीणा को मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने के कयास लगाए जा रहे है. इसी बीच जब Kirodilal meena से खुद इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होने कहा- अगर में मंत्री बन गया तो खटका कौन करेगा. राजस्थान चुनाव तक मुझे तो जन आंदोलन करने है.
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Rajasthan politics : राजस्थान में ताकतवर नेताओं में गिने जाने वाले किरोड़ीलाल मीणा इन दिनों चर्चाओं में है. एक तरफ उनको मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा हो रही है. तो हीं खुद किरोड़ी सरकार को घेरने की तैयारी में लगे है. अशोक गहलोत सरकार पर दबाव बनाने के लिए विधानसभा घेराव की तैयारी हो रही है. 24 जनवरी को घेराव करेंगे. इसी सिलसिले में वो अलग अलग इलाकों में जनसंपर्क कर रहे है. रविवार को जनसंपर्क के दौरान उनसे मंत्री पद को लेकर सवाल किया गया.
किरोड़ीलाल मीणा से जब मंत्री बनाए जाने पर सवाल किया तो उन्हौने इसका बेहद रोचक जवाब दिया. मीणा ने कहा कि मैं अगर मंत्री बन गया तो फिर खटका कौन करेगा. उन्हौने कहा कि मंत्री कौन बनेगा या कौन नहीं बनेगा. इस पर आलाकमान फैसला करेगा. लेकिन मैं आजाद रहना चाहता हूं. ताकि जनआंदोलन कर सकूं. इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव है. उसके ठीक 6 महीने बाद लोकसभा चुनाव है. ऐसे में मैं आजाद रहकर ही आंदोलन करना चाहता हूं.
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दरअसल किरोड़ीलाल मीणा इन दिनों पूर्वी राजस्थान में जनसंपर्क कर रहे है. उनके जनसंपर्क में अच्छी भीड़ जुट रही है. हालांकि ज्यादातर बीजेपी नेता इससे दूरी बनाए हुए है. लेकिन किरोड़ीलाल मीणा अकेले ही विपक्ष की मजबूत भूमिका में नजर आ रहे है. और अशोक गहलोत सरकार पर लगातार दबाव बना रहे है.
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राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए पूर्वी राजस्थान में फतह करना सबसे मुश्किल टास्क है. किरोड़ीलाल मीणा एकमात्र ऐसे कद्दावर नेता है जो अपने दम पर जनसमर्थन जुटाने में सक्षम है. हाल ही में बीजेपी ने जन आक्रौश रैलियां की थी. लेकिन जनसमर्थन जुटाने में पार्टी ज्यादा कामयाब नहीं हुई थी. लेकिन किरोड़ीलाल मीणा के जनसंपर्क कार्यक्रम में भी अच्छी खासी भीड़ जुट रही है. मीणा राज्यसभा सांसद है. दौसा, सवाईमाधोपुर, अलवर, करौली समेत पूर्वी राजस्थान के एक बड़े इलाके में उनका प्रभाव है. इसके अलावा उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के साथ साथ प्रतापगढ़ और भीलवाड़ा समेत पूरे आदिवासी बेल्ट में भी उनका अच्छा प्रभाव है.