राजस्थान में पहली बार निकाली गई कंप्यूटर अनुदेशकों की भर्ती बीते 1 साल से लंबित है. परीक्षा हुए लगभग 200 दिन व दस्तावेज सत्यापन होने के लगभग 60 दिन से अधिक समय हो जाने के बाद भी परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी नहीं किया गया है.
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Dholpur News: जिलेभर के कंप्यूटर अनुदेशक चयनित अभ्यर्थीयों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कंप्यूटर अनुदेशकों की जॉइनिंग को लेकर जल्द से जल्द कंप्यूटर अनुदेशकों को नियुक्ति देकर राजस्थान के आई टी बेरोजगारों को राहत प्रदान करने की मांग की है.
ज्ञापन में बताया गया है कि राजस्थान में पहली बार निकाली गई कंप्यूटर अनुदेशकों की भर्ती बीते 1 साल से लंबित है. 18 जून 2022 को परीक्षा प्रोविजनल रिजल्ट 31अगस्त 2022 को आने के बाद दस्तावेज सत्यापन 27 अक्टूबर 2022 से 7 नबम्बर 2022 तक किया गया. परीक्षा हुए लगभग 200 दिन व दस्तावेज सत्यापन होने के लगभग 60 दिन से अधिक समय हो जाने के बाद भी परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी नहीं किया गया है.
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बिना कंप्यूटर शिक्षक के दिसंबर माह में अर्धवार्षिक परीक्षा हो गई है। मार्च में वार्षिक परीक्षा होने वाली है, लेकिन कंप्यूटर विषय को पढ़ाने के लिए स्कूलों में शिक्षक ही नहीं है. बच्चे बिना शिक्षक के ही इस विषय की परीक्षा देंगे. इस विषय को पढ़ाने के लिए स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षक होना चाहिए लेकिन सरकार भर्ती निकालने के 11 माह बाद भी बच्चों को कम शिक्षक उपलब्ध नहीं करा पाई है.
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अभ्यर्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. प्रदेश के 10000 से अधिक स्कूलों में कंप्यूटर लैब हैं. लैब का भी बच्चों को समुचित फायदा नहीं मिल पा रहा है. शिक्षकों के अभाव में कंप्यूटर कबाड़ हो रहे हैं. लैब का विद्यार्थियों को तभी फायदा मिल सकता है, जब स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षाक हो.
ज्ञापन में जिला कलेक्टर से जल्द से जल्द कंप्यूटर अनुदेशकों को नियुक्ति देकर राजस्थान के आईटी बेरोजगारों को राहत प्रदान करने की मांग की है.