Bizarre Love Story: अक्सर आपने सुना होगा कि प्यार और जंग में सब जायज होता है. इसी के चलते प्यार कई बार मजहब की दीवारों को भी लांघता है. प्यार ऐसी खूबसूरत चीज है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इंसान दुनिया से भी लड़ने को तैयार हो जाता है. कुछ ऐसे ही प्यार की मिसाल साल 2021 में जब सामने आई तो लोग एक्सेप्ट नहीं कर पाए. पर रिहाना ने सच्ची मोहब्बत की खातिर न केवल धर्म चेंज कर लिया बल्कि दुनिया वालों को बताया कि प्यार दिलों का मेल होता है न कि धर्मों का.
प्यार अगर सच्चा हो तो कोई भी दीवार इसके आड़े नहीं आ सकती है. फिर वह चाहे रंग-रूप, ऊंच-नीच, जाति-पात या फिर धर्म की ही क्यों न हो. प्यार के पंक्षी इन सबको पार करके मिल जाते हैं. कुछ ऐसे ही प्यार को मुकम्मल किया अलीगढ़ की रिहाना ने.
मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखने वाली रिहाना को विकास राजपूत नाम के हिंदू लड़के से प्यार हो गया. दोनों ने शादी के सपने तक देख लिए थे पर धर्म के ठेकेदार दोनों के प्यार के बीच दीवार बनकर खड़े हो गए. पर रिहाना विकास से बेइंतहा इश्क करती थी. उसने हार नहीं मानी और तब तक जंग लड़ी, जब तक उसकी शादी उसके प्रेमी के साथ नहीं हो गई.
दरअसल, यह कहानी उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना लोधा की रहने वाली रिहाना की है. रिहाना की मुलाकात विकास राजपूत जिले के कायमगंज के सलेमपुर गांव टिलियां के निवासी से हुई थी. जानकारी के मुताबिक, एक बल्ब बनाने की फैक्ट्री में दोनों की नजरें लड़ीं और प्यार हो गया. दोनों शादी करना चाहते थे पर यह भी जानते थे कि उनके परिजन नहीं मानेंगे.
कुछ समय बाद रिहाना और विकास ने फर्रूखाबाद जिले के कायमगंज में एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शादी कर ली. रिहाना ने विकास के नाम का सिंदूर मांग में भरकर अपना नाम बदलकर रेनू रख लिया. दोनों को अपनी सुरक्षा पर खतरा लगने लगा था तो कोतवाली पहुंचकर बालिग होने का सबूत भी पुलिस को दे दिया.
कोतवाली पहुंचे कपल के परिजनों को पुलिस ने फोन मिलाया. रिहाना के पिता ने फोन पर यह बात पता लगते ही कहा कि उनकी बेटी उनके लिए मर चुकी है. उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. वह उसे भूल जाएंगे. वहीं, विकास के घरवालों को मुस्लिम बहू से कोई परेशानी नहीं हुई. इसके बाद पुलिस ने रिहाना और उसके दूल्हे विकास को खुशी-खुशी जाने दिया. विकास के परिवारवालों ने बहू की मुंह दिखाई के लिए पूरे गांव को न्यौता दिया.
बता दें कि शादी के समय विकास इंटर पास कर चुका था और रिहाना उर्फ रेनू हाई स्कूल. इस शादी में इस जोड़े की मदद हिंजाम नेता प्रदीप सक्सेना ने की थी. दोनों की शादी के बाद दोनों कोतवाली पहुंचे थे और एसआई नीतू के सामने बालिग होने के कागजात पेश किए थे. दोनों के बिना बताए मंदिर में शादी करने से परिजन नाराज थे. रिहाना के परिजन बाद में भी नहीं माने थे वहीं, विकास के परिवार वालों ने रिहाना को बाद में अपना लिया था. एक बार फिर से यह हिंदू-मुस्लिम के प्यार से जुड़ी लव स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लोग इस शादी की मिसालें दे रहे हैं.
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