Health Problems Due to Sitting Jobs: आजकल ज्यादातर लोग सिटिंग जॉब कर रहे हैं. ज्यादा यह जॉब्स 8 से 9 घंटे की शिफ्ट के मुताबिक होती हैं, ऐसे में लोग 8 से 9 घंटे तक लगातार बैठकर काम करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका सेहत पर नकारात्मक असर पड़ रहा है. आज आपको बताएंगे कि सिटिंग जॉब करने वालों को कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है-
जो लोग लंबे समय से सिटिंग जॉब कर रहे हैं, वह मोटापे कभी शिकार हो सकते हैं क्योंकि एक जगह पर लगातार बैठकर काम करने से कैलोरी बर्न करने में दिक्कत होती है. ऐसे में बॉडी में फैट के रूप में जमा हो जाती है. बाद में मोटापा शरीर में कई गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकता है.
अक्सर देखा जाता है कि सिटिंग जॉब वालों को डाइजेशन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि एक ही जगह बैठे रहने की वजह से उनका खाना नहीं पच पाता है और उन्हें कब्ज और अपच हो जाती है.
बहुत अधिक देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से मसल्स भी कमजोर हो जाती है और लोगों को घुटनों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है. आजकल 9 घंटे की सिटिंग जॉब में बॉडी में खून का बहाव काफी धीमी हो जाता है. इसकी वजह से उन्हें पैरों में झनझनाहट की दिक्कत भी होती है.
सिटिंग जब वाले लोग फिजिकल एक्टिविटी कम कर पाते हैं. इसके कारण उनकी इम्यूनिटी पावर कमजोर हो जाती है और आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं, ऐसे लोगों को हो सके तो एक्सरसाइज और योग का नियमित अभ्यास करना चाहिए.
सिटिंग जॉब करने वालों लोग ज्यादातर कंप्यूटर या फिर लैपटॉप पर काम करते हैं. ऐसे में कंप्यूटर के सामने 8 से 9 घंटे तक बैठे रहते हैं और उसमें से निकलने वाली ब्लू रेज आंखों को बुरी तरह प्रभावित करती हैं. इससे लोगों की नजरें कमजोर होती हैं. सिटिंग जॉब करने वाले जहां सभी लोगों को ब्लू कट लेंस वाला चश्मा पहनना चाहिए.
कई बार लगातार बैठकर काम करने से लोगों को टाइप टू डायबिटीज का खतरा बना रहता है. ऐसे में इससे बचाव करने के लिए हेल्दी डाइट लेनी चाहिए और एक्सरसाइज भी करनी चाहिए.
Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली गई है. इन्हें अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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