झड़प में पुलिस कर्मियों के चोटिल होने के बाद किया गया बल का प्रयोग, आंसू गैस के गोले छोड़ लगाया कर्फ्यू
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झड़प में पुलिस कर्मियों के चोटिल होने के बाद किया गया बल का प्रयोग, आंसू गैस के गोले छोड़ लगाया कर्फ्यू

भादरा के गांव गांधीबड़ी व चिड़ियागांधी में गोकशी प्रकरण को लेकर चल रहे धरने को मंगलवार को पुलिस द्वारा हटवाने के बाद बुधवार को ग्रामीणों के साथ हरियाणा क्षेत्र से भी काफी लोगों के आने से माहौल दोबारा तनाव ग्रस्त हो गया.

झड़प में पुलिस कर्मियों के चोटिल होने के बाद किया गया बल का प्रयोग, आंसू गैस के गोले छोड़ लगाया कर्फ्यू

Hanumangarh: भादरा के गांव गांधीबड़ी व चिड़ियागांधी में गोकशी प्रकरण को लेकर चल रहे धरने को मंगलवार को पुलिस द्वारा हटवाने के बाद बुधवार को ग्रामीणों के साथ हरियाणा क्षेत्र से भी काफी लोगों के आने से माहौल दोबारा तनाव ग्रस्त हो गया. इस दौरान लोगों की ओर से दोबारा धरना लगाने के प्रयासों के चलते जिला कलेक्टर के आदेश पर गांव गांधीबड़ी व चिड़यागांधी में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम पुलिस द्वारा धरनार्थियों को धरना स्थल से हटाने और कई धरनार्थियों को गिरफ्तार किए जाने के बाद बुधवार को ग्रामीण एक बार फिर से इकट्ठा हुए. सैकड़ों की संख्या में गांधीबड़ी व चिड़िया गांधी गांव की गलियों में जय श्रीराम के नारे लगाते हुए प्रदर्शन शुरू किया गया. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी.

पुलिस द्वारा धारा 144 की पालना में ग्रामीणों को प्रदर्शन से रोकने के दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. झड़प में हुई पत्थर बाजी में भिरानी एसएचओ ओम प्रकाश सुथार के सिर में चोट आई तो वहीं एएसपी सुरेश जांगिड़ और भादरा थाना प्रभारी रणवीर साईं सहित कई अन्य पुलिस कर्मियों के भी मामूली चोट आईं. जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को हटाने का प्रयास किया. बाद में आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर बितर कर दिया गया. झड़प में कई महिलाएं के भी चोटिल होने की बात सामने आई.

जिसके बाद जिला प्रशासन ने चिड़िया गांधी पंचायत क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया. इलाके में शांति व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल तैनात है. मंगलवार को वार्ता विफल होने के बाद से ही क्षेत्र में नेटबंदी कर दी गई थी जो अभी भी जारी है. झड़प की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और पुलिस अधीक्षक डॉ अजय सिंह राठौड़ सहित स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने गांधीबड़ी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. 

वहीं जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि गांव के लोग पिछले 4 दिन से बिना अनुमति के धरना लगाए हुए थे. जिनसे कल लगभग 4 घंटे तक वार्ता कर धरना हटवाने का प्रयास किया गया लेकिन धरनार्थियों की हठ धर्मिता के चलते धरना समाप्त करने से मना कर दिया. चूंकि जिले में धारा 144 प्रभावी है और बिना अनुमति के चल रहे धरने को पुलिस की सहायता से हटवा कर कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. जिसके विरोध में ही आज करीब 150 महिलाओं सहित सैंकड़ों लोग फिर से इकट्ठा होकर कानून व्यवस्था को खराब किया. इसी को लेकर गांधी बड़ी और चिड़िया गांधी पंचायत क्षेत्रों में अग्रिम आदेशों तक कर्फ्यू लगाया गया है. कर्फ्यू में सिर्फ आपातकालीन सुविधाएं ही सुलभ हो पायेगी.

वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद में चिड़िया गांधी गांव में कैंप कर रहे एसपी डॉक्टर अजय सिंह ने बताया कि आज सुबह फिर से कुछ ग्रामीण और बड़ी संख्या में हरियाणा से आई कुछ महिलाओं के साथ लोग आकर वापस से धरना प्रदर्शन शुरू करने की कोशिश कर रहे थे.

जिसको लेकर पहले से आसूचना थी, इसी आसूचना के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात किया हुआ था. धारा 144 की पालना में पुलिस ने इन्हें हटाने का प्रयास किया तो इनके साथ पुलिस की झड़प हो गई और सामने से पत्थर बाजी शुरू कर दी. जिसमें भिरानी एसएचओ चोटिल हो गए तो वहीं एएसपी सुरेश जांगिड़ और भादरा सीआई रणवीर साईं सहित कई पुलिस कार्मिकों के भी हल्की चोट आई. जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और आंसू गैस के गोले छोड़ भीड़ को तितर-बितर किया और चिड़िया गांधी, गांधी बड़ी और सरदारपुरा गांव में कर्फ्यू लगा दिया.

आज 45 लोगों को हिरासत में लेने के साथ ही कई हरियाणा नंबर के व्हीकल्स भी जब्त किए गए है. एसपी डॉ अजय सिंह ने साफ किया कि अभी गांव में हालात बिल्कुल शांतिपूर्ण है, पूरे गांव में भारी जाब्ता भी तैनात है और किसी भी हालत में कानून व्यवस्था को नहीं बिगड़ने दिया जाएगा.

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