अजमेर डिस्कॉम के जोनल चीफ इंजीनियर एनएल साल्वी ने बताया कि दो महीने लॉकडाउन के कारण उनके यहां स्टाफ भी कम आ रहा था.
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Jhunjhunu: लॉकडाउन में सरकारी कार्यालय बंद थे या फिर खुले थे तो स्टाफ भी कम ही था. इसका फायदा बिजली चोरों ने खूब उठाया. झुंझुनूं (Jhunjhunu) में एक ही दिन में बिजली विभाग की दो दर्जन से अधिक टीमों ने जहां पर छापा मारा, वहीं पर बिजली चोरी मिली. इसके बाद अजमेर डिस्कॉम के अधिकारी भी सकते में आ गए.
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अजमेर डिस्कॉम के जोनल चीफ इंजीनियर एनएल साल्वी ने बताया कि दो महीने लॉकडाउन के कारण उनके यहां स्टाफ भी कम आ रहा था. वहीं, चैकिंग वगैरह भी कम हो रही थी. इस दरमियान जारी किए गए बिलों की समीक्षा की गई तो उससे अंदेशा हुआ कि बिजली चोरी हो रही है.
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इसके बाद जिले के 22 एईएन ऑफिसों के स्टाफ के अलावा चार विजिलेंस टीमों के साथ बिजली निरोधक थाने की टीमों को पूरे जिले में छापेमारी के लिए लगाया गया. एक ही दिन में अधिकारियों ने जहां छापे मारे. वहीं, पर बिजली की लाइन से सीधा तार डालकर बिजली चोरी मिली. जिस पर 234 लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ 37 लाख रुपये से ज्यादा की वीसीआर भरी गई है.
बिजली चोरों के खिलाफ दर्ज होगी शिकायत
साल्वी ने बताया कि ये बिजली चोर यदि वीसीआर का पैसा जमा नहीं करवाएंगे तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. यह भी बता दें कि इस छापामार कार्रवाई में सर्वाधिक बिजली चोरी के मामले खेतड़ी में मिले है. खेतड़ी और बबाई एईएन के नेतृत्व वाली टीमों ने 51 बिजली चोरों की वीसीआर भरी है.
Reporter- Sandeep Kedia