एक बार फिर से ज़ी राजस्थान न्यूज़ की खबर का बड़ा असर हुआ है. दूदू के जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में भष्ट्राचार के मामले में विभाग (PHED) ने टंकी तोड़ने के आदेश दे दिए.
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Jaipur : एक बार फिर से ज़ी राजस्थान न्यूज़ की खबर का बड़ा असर हुआ है. दूदू के जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में भष्ट्राचार के मामले में विभाग (PHED) ने टंकी तोड़ने के आदेश दे दिए. विभाग ने तीन इंजीनियरों को भी APO कर दिया.
जांच रिपोर्ट में ये साफ हो गया था कि दूदू में वर्कआर्डर से दो महीने पहले ही काम शुरू हो गया था. दूदू प्रोजेक्ट का काम अप्रैल के अंतिम सप्ताह से ही शुरू कर दिया था जबकि 28 मई को वर्कआर्डर जारी किए गए थे और 9 मई को ड्राइंग और डिजायन अप्रूवल हुआ.
दोषी इंजीनियर्स पर गिरी गाज
गड़बड़ी में शामिल होने वाले दोषियों इंजीनियर्स के खिलाफ विभाग कड़ी कार्रवाई हुई. एक्सईएन योगेंद्र सिंह, एईएन दीपेश चौधरी, जेईएन युधिष्टिर मीणा ने मैसर्स यादव कंस्ट्रक्शन से मिलकर काम शुरू करवाया. विभाग इंजीनियर्स के साथ साथ फर्म पर भी काम शुरू कर सकता है. दूदू में हुई गड़बड़ी को लेकर ज़ी राजस्थान में पूरा खुलासा किया था, जिसके बाद मंत्री और एसीएस ने जांच के आदेश दिए थे. अब दोषी तीनों इंजीनियरों को APO कर दिया है.
क्या दूदू से सबक लेगा विभाग?
जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत पूरे राजस्थान में प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. ऐसे ही और जगह भी तो गड़बड़ी नहीं, क्योंकि बहुत सी जगहों पर गड़बड़ी की शिकायते सामने आ रही है. ऐसे में बड़े सवाल यही कि दूदू प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी से विभाग सबक ले पाएगा.