दो दिन बाद लक्खी मेला और दीवार पर बैठा पैंथर, श्रद्धालुओं की सूख रही जान
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1271549

दो दिन बाद लक्खी मेला और दीवार पर बैठा पैंथर, श्रद्धालुओं की सूख रही जान

Bassi : कुछ श्रद्धालुओं ने दो हफ्ते पहले ही पैंथर के दो शावकों को देखा था. नईनाथ धाम वन नाका प्रभारी हंसराज मीना ने बताया कि नईनाथ धाम वनीय इलाके में मादा पैंथर और उसके दो शावकों का मूवमेंट है. नईनाथ धाम वनीय इलाके में आने वाले श्रद्धालु सतर्क रहे.

दो दिन बाद लक्खी मेला और दीवार पर बैठा पैंथर, श्रद्धालुओं की सूख रही जान

Bassi : राजधानी जयपुर के बस्सी में नईनाथ धाम पर रात में सड़क किनारे पैंथर दिखाई देने के साथ ही श्रद्धालुओं में दहशत फैल गयी. सुबह नईनाथ धाम जा रहे श्रद्धालुओं को पैंथर का मूवमेंट वीडियो में कैद होने और सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही अनहोनी का डर सताने लगा.

प्रत्यक्षदर्शी बाबूलाल धोधोल्या ने बताया कि वो सुबह कार से नईनाथ धाम पर जा रहा था. इसी दौरान गणेश मोड़ से आगे वन विभाग की चारदीवारी पर पैंथर बैठा नजर आया. जो वीडियो में कैद हो गया. इससे पहले भी नईनाथ धाम के वनीय इलाके में वृक्षारोपण का काम करने वाली महिलाओं को 2 दिन पहले ही पैंथर दिखा था.

वहीं कुछ श्रद्धालुओं ने दो हफ्ते पहले ही पैंथर के दो शावकों को देखा था. नईनाथ धाम वन नाका प्रभारी हंसराज मीना ने बताया कि नईनाथ धाम वनीय इलाके में मादा पैंथर और उसके दो शावकों का मूवमेंट है. नईनाथ धाम वनीय इलाके में आने वाले श्रद्धालु सतर्क रहे.

2 दिन बाद लक्खी मेला और समस्याओं का अंबार
आपको बता दें कि प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नईनाथ धाम पर 2 दिन बाद सावन माह का लक्खी मेला शुरू होगा. लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग की अनदेखी के चलते धार्मिक नगरी की सड़कें क्षतिग्रस्त है. खस्ताहाल सड़कों के चलते पद यात्रियों और कनक दंडवत करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

नईनाथ सेवा ट्रस्ट प्रशासन की ओर से 15 दिन पूर्व ही मेले की व्यवस्था को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग सहित सभी विभागों के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी पीडब्ल्यूडी विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. नईनाथ धाम पर सावन, भादवा में 2 माह तक प्रतिदिन मेला जैसा माहौल रहता है.  इन दो महीनों में प्रतिदिन करीब 10-15 हजार से अधिक श्रद्धालु भोले के दरबार में हाजिरी लगाते है.

लेकिन इन सबके बावजूद भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी सड़कों की सुध लेने को तैयार नहीं है. दो-तीन स्थानों पर गड्ढों को मिट्टी से भरकर काम की  इतिश्री कर ली गयी है. वर्तमान में कनक दंडवत करते श्रद्धालु इस कीचड़ से होकर गुजर रहे है. जिससे श्रद्धालुओं में गुस्सा है.

रिपोर्टर- अमित यादव

जयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

ये भी पढ़ें : द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद, ST वोट को रिझाने के लिए बीजेपी की वागड़ जनजाति गौरव यात्रा

Trending news