इस कार्रवाई के बाद मावा कारोबारियों में हड़कंप मच गया. कई मावा कारोबारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर फरार हो गए, तो वही टीम ने करीब आधा दर्जन मावे की भट्टियों से दूध और मावे के सैंपल लिए हैं.
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Chomu: त्योहारी सीजन पर मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है. देर रात को जयपुर ग्रामीण पुलिस की DST टीम, सामोद पुलिस और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए चीथवाड़ी इलाके में मावे की भट्टियों पर छापे मारकर कार्रवाई की.
इधर, इस कार्रवाई के बाद मावा कारोबारियों में हड़कंप मच गया. कई मावा कारोबारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर फरार हो गए, तो वही टीम ने करीब आधा दर्जन मावे की भट्टियों से दूध और मावे के सैंपल लिए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूध और मावे के सैंपल लेकर लैबोरेट्री भिजवाए हैं. यह सैंपल की रिपोर्ट करीब 15 दिन बाद आएगी, सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि रिपोर्ट के लिए 15 दिन का इंतजार करना होगा तब तक यह मावा और दूध बाजार में बिक चुका होगा. ऐसे में इस कार्रवाई का अस्तित्व क्या रहेगा.
बता दें कि चीथवाड़ी, सामोद बांसा इलाके में तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा मावे की भट्टियों का संचालन होता है. कई बार यहां मिलावटी मावा, पनीर, दूध पकड़ा भी जा चुका है. कई भट्टी संचालकों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए हैं.
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प्रदेश के कई इलाकों में यहां से मावा पनीर भेजा जाता है, लेकिन इस बार मिलावट खोर बड़ी सतर्कता के साथ काम कर रहे हैं कि टीम के हाथ भी नहीं पहुंच पा रहे हैं. कार्रवाई के दौरान डीएसपी प्रभारी राकेश मीणा, सामोद SHO पूजा पुनिया, खाद्य सुरक्षा अधिकारी रतन गोदारा, नरेश सिंह सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद रहा.