मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को हिरासत में लेने को लेकर ट्वीट किया.
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Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को हिरासत में लेने को लेकर ट्वीट किया. एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं और लखीमपुर खीरी जिले में कल जो किसान मारे गये उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं. विपक्षी नेताओं को गैरकानूनी तरीके से रोका जाना लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है.
भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह सामने आ चुका है। किसानों की मांगों को अनसुनी करना, किसान आंदोलन को तोड़ना, उन पर अत्याचार करना और फिर किसी विपक्षी दल को उनके साथ न खड़े होने देना, यह सत्ताधारी दल का लोकतंत्र विरोधी रूप है जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
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इसके साथ ही उन्होंने (Ashok Gehlot Tweet) कहा कि पहले शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर भाजपा नेताओं के काफिले की गाड़ियां चढ़ाकर उनको बर्बरता से मार दिया गया. फिर विपक्षी नेताओं को वहां जाने से रोका जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है. प्रियंका जी उन परिवारों के साथ खड़े होने के लिए जा रही थीं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को कल की हिंसा में खोया है. इस कर्तव्य निर्वहन के लिए उनको रोकना पूर्णतया अनुचित है.
इस तरह नागरिक अधिकारों का हनन संविधान की भावना के भी विपरीत है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2021
भाजपा सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह सामने आ चुका है. किसानों की मांगों को अनसुनी करना, किसान आंदोलन को तोड़ना, उन पर अत्याचार करना और फिर किसी विपक्षी दल को उनके साथ न खड़े होने देना. यह सत्ताधारी दल का लोकतंत्र विरोधी रूप है, जिसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है.
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उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार (BJP government) द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और पंजाब के उप मुख्यमंत्री को राज्य में आने से रोका जा रहा है, जोकि निंदनीय है. ऐसा केवल एक तानाशाह सरकार ही कर सकती है. क्या यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर देना चाहती है? इस तरह नागरिक अधिकारों का हनन संविधान की भावना के भी विपरीत है.