जयपुर: सरकारी कर्मचारियों की ATTENDANCE पर कंट्रोल, IAS समित शर्मा की पहल
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जयपुर: सरकारी कर्मचारियों की ATTENDANCE पर कंट्रोल, IAS समित शर्मा की पहल

मित शर्मा ने एम्पलाइज को टाइम से ऑफिस बुलाने के लिए अटैडेंस मैनेजमेंट सिस्टम एप लागू किया है.

अटैडेंस मैनेजमेंट सिस्टम एप

Jaipur: राजस्थान कैडर आईएएस डॉ.समित शर्मा ने अपने डिपार्टमेंट के गवर्मेंट एप्पलाइज को टाइम से आफिस बुलाने के लिए, आईटी का गजब उपयोग किया है. समित शर्मा सामाजिक न्याय-अधिकारिता विभाग में एक एप के जरिए एम्पलाइज पर कंट्रोल कर रहे है. कौन टाइम से फिस ऑफिस आ रहा है या नहीं, कौन लेट हो रहा है और कौनसा एम्प्लॉई छुट्टी पर है, ये सारी इंफॉमेंशन सिर्फ एक एप से कंट्रोल हो रही है. 

क्या है अटैडेंस मैनेजमेंट सिस्टम एप

सरकारों के लिए सरकारी कर्मचारियों को दफ्तर बुलाना बडा चैलेंज रहता है, लेकिन राजस्थान के आईएएस डॉ. समित शर्मा ने इसका तोड निकाल लिया है. समित शर्मा ने एम्पलाइज को टाइम से ऑफिस बुलाने के लिए अटैडेंस मैनेजमेंट सिस्टम एप लागू किया है, जिसके जरिए डिर्पाटमेंट में काम करने वाले इस एप के जरिए रोजाना अपनी अटैडेंस लगाते है. खास बात ये है कि एप में अटैडेंस केवल दफ्तर के परिसर में ही लग पाएगी, यदि किसी दूसरी लोकेशन से अटैडेंस लगाएगा तो, उनकी चोरी पकडी जाएगी और लोकेशन ट्रेस होकर रिकार्ड में आ जाएगी और विभाग के सीनियर अफसरों को ये पता लग जाएगा कि वो एम्प्लॉई ऑफिस टाईम में कहीं और मौजूद है.

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एप्लाइज की लोकेशन होगी ट्रैस 

एएमएस एप बनाते समय जिओ मैपिंग का बहुत ध्यान रखा गया है. डिपार्टमेंट के डायरेक्ट्रेट, हॉस्टल, स्कूल, कॉलेज सभी दफ्तरों की पहले जिओ मैपिंग की गई. जिसमें ऑफिस की परिधि के 250 मीटर तक ही इस एप के जरिए अटैडेंस की जा सकेगी. इस एप में मॉर्क इन, मॉर्क आउट, आउट ऑफ ऑफिस और ऑन लीव के ऑप्शन दिए गये हैं. कर्मचारीयों को अटैडेंस लगानी है तो मॉर्क इन, समय पूरा होने के बाद दफ्तर छोडने पर मॉर्क आउट, यदि ऑफिस टाईम में दफ्तर के काम से बाहर जाना हो तो ऑउट ऑफ ऑफिस और छुट्टी पर है तो ऑन लीव पर मार्क करना होगा. 

डॉ समित शर्मा का कहना है कि राज्य कर्मचारी सेवा प्रदाता की भूमिका में होते हैं, यदि उनकी उपस्थिति समय पर नहीं होगी तो वे गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं कर पाएंगे, इसलिए ये सिस्टम लागू किया गया है. अभी इस एप को विभाग में आवश्यक नहीं किया गया है,एम्प्लाई को आदत में आने के बाद इस एप को पूरी तरह से लागू किया जाएगा. खास बात ये है कि इस को लागू करने में कोई लागत नहीं लगी. DOIT के सहयोग से इस एप को लागू करवाया गया है. 

सीएम कर चुके समित शर्मा के काम की तारीफ

ये पहला मौका नहीं है, जब समित शर्मा अपने काम को लेकर चर्चाओं में है, इससे पहले भी शर्मा ने केवल वाट्सएप्प के जरिए पूरे विभाग को कंट्रोल में किया था. इतना ही नहीं समित शर्मा ने राजस्थान में निशुल्क दवा योजना को लागू करने में मुख्य भूमिका भी निभाई थी. सूबे के मुखिया अशोक गहलोत भी समित शर्मा के काम की कई बार तारीफ कर चुके है. 

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