Rajasthan News: राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट के कला गुरू डॉ.सुमहेन्द्र की 11वीं, पुण्यतिथि पर उनकी स्मृति में लघु चित्रण में नव प्रयोग करते हुए प्रतिभागी चित्रकारों परम्परागत लघु चित्रण तकनीक में स्वयं का पोर्ट्रेट बनाने का सार्थक प्रयास किया.
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Rajasthan News: राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट में लघु चित्रण पर चर्चा की गई. आर्ट स्कूल की पूर्व छात्रा संगीत सिंह ने कलागुरू डॉ.सुमहेन्द्र से जुड़ी यादों और उनके व्यक्तित्व के बारे सभी को अवगत करवाते हुए अपने अनुभव एवं वर्तमान में कला के साथ साथ लघु चित्रण की उपयोगिता के बारे में चर्चा करी.
कलावृत के अध्यक्ष एवं शिविर के संयोजक संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि मेरे पिता एवं डॉ.सुमहेन्द्र ने जिस प्रकार लघु चित्रण में नित नए प्रयोग करते हुए. इस तकनीक मे स्वयं को चित्रित किया.उनके द्वारा चित्रित चित्रों से प्रेरित होकर मैंने इस बार सभी चित्रकारों से वैसा ही चित्रण करवाने का निर्णय लिया. लघु चित्रण के उत्थान के लिए उनके प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए मैं उन्हीं के द्वारा स्थापित कलावृत्त संस्था के माध्यम से इसके लिए प्रयासरत हूं.
निर्णायक मंडल द्वारा उत्कृष्ट चित्र का चयन किया जाएगा, जिसमें एक वरिष्ठ चित्रकार एवं एक कला विद्यार्थी को डॉ. सुमहेन्द्र सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा और अन्य सभी को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे.
इस शिविर में वरिष्ठ,युवा एवं कला विद्यार्थियों सहित 25 चित्रकार अपने पोर्ट्रेट चित्रित किए है. प्राचार्य डॉ.आरती गगन ने बताया कि इस शिविर से नव आगंतुक कला विद्यार्थियों को लघु चित्रण कला शैलियों एवं तकनीक को देखने और समझने में यह शिविर बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा. इससे कला विद्यार्थियों में लघु चित्रण के प्रति लगाव बढ़ेगा और वें इस विधा में और नए-नए प्रयोग करते हुए इसे और अधिक रुचिकर बना हमारी इस पारंपरिक कला को फिर से नए आयाम दे सकेंगे.
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