नेचुरल थैरेपी डे पर डॉक्टर्स ने गुरुकुल पद्धति के साथ मनाया कोडफिकोन सम्मेलन
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नेचुरल थैरेपी डे पर डॉक्टर्स ने गुरुकुल पद्धति के साथ मनाया कोडफिकोन सम्मेलन

स्थापना दिवस और नेचुरल थैरेपी डे को जयपुर में डॉक्टर्स ने कुछ अलग अंदाज में मनाया. शहर की भागमभाग भरी जिंदगी से दूर प्रकृति की गोद में इस खास दिन को डॉक्टर्स ने गुरुकुल पद्धति के साथ कोडफिकोन सम्मेलन आयोजित कर मनाया.

नेचुरल थैरेपी डे पर डॉक्टर्स ने गुरुकुल पद्धति के साथ मनाया कोडफिकोन सम्मेलन

जयपुर: स्थापना दिवस और नेचुरल थैरेपी डे को जयपुर में डॉक्टर्स ने कुछ अलग अंदाज में मनाया. शहर की भागमभाग भरी जिंदगी से दूर प्रकृति की गोद में इस खास दिन को डॉक्टर्स ने गुरुकुल पद्धति के साथ कोडफिकोन सम्मेलन आयोजित कर मनाया. गुरुकुल पद्धति पर आयोजित हुए इस सम्मेलन में जयपुर के वरिष्ठ चिकित्सक, पूर्व प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने हिस्सा लिया. भारत की पारंपरिक पौशाक पहने हुए डॉक्टर्स का कहना था कि इस सम्मेलन का मकसद पौराणिक समय से आधुनिकतम चिकित्सा पद्धति की चर्चा करना था. 

कॉडफीकॉन 2022 सम्मेलन के मुख्य संयोजक डॉ दिनेश माथुर ने बताया कि समनेलन में आयुर्वेद और होम्योपैथी विषय पर भी चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि जयपुर स्थापना दिवस और नेचुरल थैरिपी डे हैं.हमारी थीम एंसेंट टू रिसेंट यानि पौराणिक समय से आधुनिकतम चिकित्सा की बात की है, जिसमें आयुर्वेदिक और हौम्योपैथिक विषय पर यूनिक सेशन रखा गया.

उन्होंने आगे बताया कि आज कांफ्रेंस में मोस्ट इर्पोंटेंड इंटरनेशनल रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सा पद्धति को शामिल किया गया, जिसमें इमेंजिंग के द्वारा ऑनकॉलॉजी या कैंसर उन्हें बिना चीरफाड़ इलाज कर सकते हैं. चमड़ी से संबंधित रोगों को किस प्रकार आधुनिक चिकित्सा पद्धति द्वारा ठीक कर सकते हैं.

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