राजस्थान में तेज गर्मी के चलते बच्चों में बढ़ी ये बीमारियां, बचाव के लिए छाछ-लस्सी, जूस और नींबू शिकंजी दें
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राजस्थान में तेज गर्मी के चलते बच्चों में बढ़ी ये बीमारियां, बचाव के लिए छाछ-लस्सी, जूस और नींबू शिकंजी दें

 बढ़ती गर्मी बच्चों के लिए बच्चों के लिए खतरा बनी हुई है, गर्मी के चलते बीते कुछ दिनों से जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में बच्चो में उल्टी-दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार के केस बढ़ने लगे हैं. उल्टी-दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार के चलते बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ रही है.

 

प्रदेश के सभी जिलों में बच्चो में उल्टी-दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार के केस बढ़ने लगे हैं.

जयपुरः बढ़ती गर्मी बच्चों के लिए बच्चों के लिए खतरा बनी हुई है, गर्मी के चलते बीते कुछ दिनों से जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में बच्चो में उल्टी-दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार के केस बढ़ने लगे हैं. उल्टी-दस्त, पेट दर्द और तेज बुखार के चलते बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ रही है. बात करें जयपुर के जेके लोन अस्पताल की तो यहां ओपीडी में हर दिन करीब 1 हजार बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. जिनमे से करीब 150 से 200 बच्चों को भर्ती करना पड़ रहा है. 

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वहीं, अस्पताल की इमरजेंसी में भी प्रतिदिन 10 से 15 बच्चे हर दिन पंहुच रहे हैं.  विशेषज्ञों का कहना है की अचानक तेज गर्मी पड़ने के कारण गैस्ट्रो एंटेराइटिस वायरस एक्टिव हो जाता है. जिसके चलते ही इसमें व्यक्ति को बुखार आता है. बैक्टीरिया और वायरस के कारण आंतों में सूजन आ जाती है. जिससे उलटी, दस्त और पेटदर्द की समस्या बढ़ती है.

बढ़ती गर्मी के चलते बच्चों में होने वाली इस समस्या को लेकर डॉक्टर अशोक गुप्ता ने बताया की जब से गर्मी बढ़ी है, बच्चो में खास तोर से तेज बुखार की बीमारी बढ़ी है. बढ़े हुए तापमान के कारण बच्चो का कॉन्सन्ट्रेशन कम हुआ है. काम करने की इच्छा कम हुई है. जिसे आम तौर पर हीटफटिक कहते है. इसके आलावा हिट हाइपर फाइरेसिया की समस्या बढ़ी है. 

जिसमे बच्चों के शरीर का तापमान तेजी से बढ़ा है. जिसे तेज बुखार भी कह सकते हैं. दो से तीन दिन तक इसी तरह तापमान बढ़ा रहता है. इस दौरान कई बार बच्चों की स्थिति गंभीर भी हो रही है. अस्पताल में भर्ती भी करना पड़ रहा है. तीसरी समस्या बच्चो में हीट स्ट्रोक की होती है. जिसमे अभी मरीज कम आये हैं. 

इसमें लू लगने पर बच्चों में बेहोसी आती है, दौरे आते हैं. इस स्थिति में बच्चों की मौत तक हो सकती है. इससे बचाव के लिए गर्मी में जितना हो सके बच्चों को घर ही रखें. धूप में तो बिल्कुल न निकलें. कमरे को ठंडा रखें. थोड़ी-थोड़ी देर में सादा पानी, छाछ-लस्सी, जूस या नींबू शिकंजी दें, ताकि उनका शरीर  हाइड्रेट रहे, इसके अलावा बाहर के फास्ट फूड आइटम न खाएं.

Report- Ashutosh Sharma

 

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