गांधीवादी विचारक सुब्बाराव ने SMS में ली अंतिम सांस, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
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गांधीवादी विचारक सुब्बाराव ने SMS में ली अंतिम सांस, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार

सुब्बाराव की पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए विनोबा भावे भवन में रखी जाएगी

डॉ. एसएन सुब्बाराव गांधीवादी विचारक थे.

Jaipur: पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित डॉ. एसएन सुब्बाराव (S N Subbarao) का आज निधन हो गया. एसएन सुब्बाराव ने एसएमएस अस्पताल में अंतिम सांस ली. वो कई दिन से एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में भर्ती थे. 

मंगलवार शाम से उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और आज सुबह उनका निधन हो गया. सुब्बाराव की पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए विनोबा भावे भवन में रखी जाएगी, जहां से दोपहर बारह बजे बाद पार्थिव देह उनके पैतृक गांव के लिए रवाना की जाएगी. एमपी के मुरैना के पास उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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आपको बता दें कि डॉ. एसएन सुब्बाराव गांधीवादी विचारक थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन जनसेवा और देश सेवा में व्यतीत किया. गांधीवादी विचारों को लगातार आगे बढ़ाया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन्हें अपना आदर्श मानते थे. डॉ. एसएन सुब्बाराव का जन्म कर्नाटक के बेंगलुरु में 7 फरवरी 1929 को हुआ. स्कूल में पढ़ते समय महात्मा गांधी की शिक्षा से सुब्बाराव बेहद प्रेरित थे. 

9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में सुब्बाराव आजादी आंदोलन से जुड़ गए थे. ब्रिटिश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर उन्होंने दीवार पर QUIT INDIA लिखा था तभी से सुब्बा राव स्वतंत्रता संग्राम में बेहद सक्रिय हो गए थे. छात्र जीवन के दौरान के स्टूडेंट कांग्रेस और राष्ट्र सेवा दल के कार्यक्रमों में भाग लिया करते थे. 

 

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