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Jaipur: नगर निगम हेरिटेज में लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार के खेल में एसीबी ने शुक्रवार को 2 दलालों व मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार करने के बाद भ्रष्टाचार के कई और परतें खुलती नजर आई. ऐसे पट्टो में रिश्वत के लेनदेन व भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एसीबी ने शुक्रवार को मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को ₹2 लाख रुपए की रिश्वत राशि व दो दलालों के साथ गिरफ्तार कर लिया.
इसके साथ कोर्ट में पेश कर 2 दिन के लिए रिमांड पर ले लिया. एसीबी को पूछताछ में और भी कई खुलासे होने की उम्मीद है. ऐसे में एसीबी अब मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर उसके दोनों दलाल नारायण सिंह व अनिल दुबे से पूछताछ में जुटी हुई है.
एसीबी ने सुशील गुर्जर सहित तीनों को गिरफ्तारी के बाद रात भर मुनेश गुर्जर के घर पर सर्च जारी रखा. तकरीबन 8 घंटे तक एसीबी की टीम एडिशनल एसपी ललित शर्मा के नेतृत्व में मुनेश गुर्जर के घर में छानबीन करती रही. जिसमें कई निगम की कई पट्टो की फाइलें व जरूरी दस्तावेज व नगदी के साथ-साथ बैंक लॉकर प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले. ऐसे में बहुत कम समय में भ्रष्टाचार करके निगम हेरिटेज से कमाए गए करोड़ों की प्रॉपर्टी के दस्तावेज के साथ में मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर बैंक लॉकर ज्वेलरी मिली. जिसके बाद सरकार भी हरकत में आ गई व भ्रष्टाचार में मेयर की भूमिका के चलते मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया.
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करते हुए कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया में कहा था कि राजस्थान सरकार ने एसीबी को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए फ्री हैंड दे रखा है. अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान की एसीबी भी पूरी तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है और उसी का परिणाम है कि देश में एसपी कलेक्टर से लेकर मेयर के पति तक गिरफ्तार हुए हैं. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद एक बार फिर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास सक्रिय हुए और प्रेस वार्ता कर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त करने की मांग शुरू कर दी.
मंत्री प्रताप सह खाचरियावास ने शनिवार शाम को प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है और उसी का परिणाम है कि सरकार ने अपनी पार्टी की मेयर के पति सुशील गुर्जर को भी नहीं बख्शा. खाचरियावास ने कहा कि भ्रष्टाचारी कोई भी हो किसी भी पार्टी का हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में मेयर के पति के साथ-साथ मेयर मुनेश गुर्जर की पूरी संलिप्तता है. भ्रष्टाचार में मेयर गुर्जर का भी पूरा हाथ है क्योंकि पट्टों पर हस्ताक्षर मेयर मुनेश गुर्जर के ही होते हैं. जिसके चलते मेयर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त किया जाए. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि नगर निगम हेरिटेज के 40 से अधिक पार्षद उनके पास आए और उन्होंने मेयर मुनेश गुर्जर को बर्खास्त करने की मांग की है. साथ ही बर्दाश्त नहीं करने पर इस्तीफा देने की धमकी भी दी है.
पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास द्वारा जीरो टोलरेंस के दावों व दिनभर चले इन सियासी बयानबाजी बाद सरकार ने देर रात महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया. डीएलबी डायरेक्टर ह्रदेश कुमार ने एक आदेश जारी कर बताया कि मेयर मुनेश गुर्जर के पति भ्रष्टाचार के चलते गिरफ्तार हुए हैं.
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ऐसे में महापौर की भी संलिप्तता हो सकती है व महापौर के पद पर रहते हुए जांच कार्य में भी बाधा उत्पन्न होने की संभावना है. जिसके चलते उन्हें हेरिटेज नगर निगम महापौर व वार्ड 43 के पार्षद पद से निलंबित किया जाता है.
महापौर पद से निलंबित करते हैं करीब पिछले 24 घंटे से लापता निलंबित महापौर मुनेश गुर्जर अचानक मीडिया के सामने आ गई व मीडिया में आकर मुनेश गुर्जर ने कहा कि कहा कि मुझे जबरदस्ती फंसाया गया है.हमने किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया.सांच को आंच नहीं है, सच्चाई की जीत होगी. गुर्जर ने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र किया गया है, लेकिन उन्हें न्यायपालिका और सुदर्शन चक्रधारी पर भरोसा है सत्य की जीत होगी.
ऐसे में लगातार तीसरे दिन चलने वाले यह हाई प्रोफाइल एसीबी ट्रैप व निलंबन को लेकर भाजपा भी पीछे नहीं रही. जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया. मुख्य प्रदर्शन के रूप में जिला अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में बड़ी चौपड़ पर प्रदर्शन करते हुए महापौर को बर्खास्त व गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही बर्खास्त व गिरफ्तार नहीं करने पर आगामी 3 दिन में बड़ा आंदोलन की चेतावनी दी.
ऐसे में अब हेरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित करते ही हेरिटेज में मेयर की कुर्सी पर रस्साकशी चालू हो गई. मौजूदा पार्षद अपने-अपने मंत्री विधायकों के चक्कर लगाने लग गए तो जातीय समीकरण व धार्मिक समीकरण बैठाने का प्रयास शुरू हो गया.
ऐसे में महिला ओबीसी सीट होने के चलते मुस्लिम महिलाओं को महापौर बनाने की मांग जोरों शोरों से उठती नजर आ रही है. जिसके चलते पार्षद नसरीन बानो व पार्षद रेशमा कुरेशी का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है, लेकिन कार्यवाही मेयर मुस्लिम महिला को बनाया जाता है तो डिप्टी मेयर में भी परिवर्तन होना लगभग तय है, क्योंकि पूर्व में डिप्टी मेयर मुस्लिम हैं,जिसमे बदलाव होना तय माना जा रहा है, हालांकि हेरिटेज निगम क्षेत्र के मंत्रियों विधायक चारों ही मैयर बैठाने को लेकर अपने पार्षदों के साथ गुफ्तगू करने में लगे हुए हैं.