Lok Sabha Election 2024: बीजेपी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने कांग्रेस की गारंटी योजना के प्रचार लिए घर घर वितरित किए जा रहे गारंटी कार्ड को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है. प्रतिनिधिमण्डल ने कांग्रेस द्वारा क्यूआर कोड के जरिए वोटर्स को लुभाने के लिए देशभर में प्रचार किए जा रहे नई गारंटी स्कीम के प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस अब एक दूसरे आरोप प्रत्यारोंप का दौर तेज हो गया है. वहीं, एक दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोंग में शिकायत का क्रम भी बढ़ गयी है.
एक बार फिर से बीजेपी ने कांग्रेस को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत की है. बीजेपी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने कांग्रेस की गारंटी योजना के प्रचार लिए घर घर वितरित किए जा रहे गारंटी कार्ड को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरूणसिंह के नेतृत्व में ओम पाठक, संजय मयुख और जीवीएल नरसिम्हा सहित चार सदस्य प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. चुनाव आयोग से मुलाकात कर बीजेपी के प्रतिनिधिमण्डल ने कांग्रेस द्वारा क्यूआर कोड के जरिए वोटर्स को लुभाने के लिए देशभर में प्रचार किए जा रहे नई गारंटी स्कीम के प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है.
बीजेपी ने कांग्रेस की इस नई गारंटी स्कीम के प्रचार अभियान को मतदाताओं को रिश्वत देने का प्रयास बताया है. शिकायत में बीजेपी ने इस योजना के जरिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा वर्चुअल तरीके से दिए जा रहे कार्ड को पोस्ट डेटेड चैक के समान बताया है. बीजेपी ने कहा कि इन गारंटी कार्ड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के हस्ताक्षर कर गारंटी देने का प्रलोभन दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि गारंटी कार्ड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर है. बीजेपी ने इन कार्डस को रिप्रजेंटेशन आफ पीपल एक्ट के तहत करप्ट प्रेक्टिस बताया है. साथ ही आईपीसी की धारा 1860 के तहत रिश्वत देने के समान बताया है. साथ ही चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास और चुनाव आचार संहिता का उल्लघन बताया है. बीजेपी ने अपनी शिकायत के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलो को भी हवाला देते हुए चुनाव आयोग से कांग्रेस के इस प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है.
विधानसभा चुनाव के दौरान लगाई थी रोक
बीजेपी के अनुसार राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने यही तरीका अपनाया था. भाजपा नेता ओम पाठक के बयान के अनुसार इसी तरह का प्रचार अभियान पिछले वर्ष राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय भी कांग्रेस ने चलाया था. जिस पर चुनाव आयोग ने उस समय रोक लगा दिया था. इसी आधार पर बीजेपी ने इस बार भी कांग्रेस के इस प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है.