Rajasthan के ग्रामीण क्षेत्रों में अब 20 प्रतिशत परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' की सुविधा
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Rajasthan के ग्रामीण क्षेत्रों में अब 20 प्रतिशत परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' की सुविधा

राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में 43 हजार 323 गांव और ढ़ाणियों के एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 परिवारों में से अब 20 प्रतिशत से अधिक परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा मुहैया करा दी गई है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jaipur : राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में 43 हजार 323 गांव और ढ़ाणियों के एक करोड़ एक लाख 32 हजार 274 परिवारों में से अब 20 प्रतिशत से अधिक परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा मुहैया करा दी गई है. 

वर्तमान में राज्य के 20 लाख 26 हजार 115 से अधिक घरों में नल कनेक्शन उपलब्ध है. इसके साथ ही राज्य में 569 गांव और 61 ग्राम पंचायतों के सभी परिवारों तथा 430 अन्य गांवों में 90 प्रतिशत या उससे अधिक परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' से पेयजल सेवाएं मिल रही है.  

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जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला (Dr BD Kalla) ने  बताया कि जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत वर्ष 2024 तक प्रदेश के गांव और ढाणियों में निवासरत सभी परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' (Har Ghar Nal Connection) देना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसी लिहाज से रणनीति और कार्ययोजना बनाकर युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मौजूदा कार्यकाल में अगस्त 2019 में जेजेएम की शुरुआत से लेकर अब तक 8 लाख 51 हजार 984 से अधिक परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' की सौगात दी गई है. इससे पहले अगस्त 2019 तक प्रदेश के 11 लाख 74 हजार 131 परिवारों को 'हर घर नल कनेक्शन' की सुविधा उपलब्ध थीं.

डॉ. कल्ला ने बताया कि प्रदेश के गांवों में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक के 'हर घर नल कनेक्शन' की उपलब्धि की तुलना में करीब डेढ़ गुना और (कुल 30 लाख) 'हर घर नल कनेक्शन' देने का लक्ष्य जेजेएम की वार्षिक योजना में शामिल किया गया है. इसी प्रकार वर्ष 2022-23 में 35 लाख तथा 2023-24 में 16 लाख 75 हजार घरों में नल कनेक्शन देते हुए राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में सभी परिवारों को कवर करने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है. 

उन्होंने बताया कि गत फरवरी माह से प्रदेश में राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की नियमित बैठके हो रही है. अब तक 96 वृहद पेयजल परियोजनाओं सहित 6260 मल्टी एवं सिंगल विलेज परियोजनाओं को मंजूरी दी जा चुकी है. इन योजनाओं से प्रदेश के करीब 25 हजार गांवों में 65 लाख से अधिक ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की स्वीकृतियां उपलब्ध है. गांवों में 'हर घर नल कनेक्शन' के काम को गति देने के लिए तकनीकी स्वीकृतियां और निविदाओं का काम अब अंतिम चरण में है. अगली कड़ी में कार्यादेश जारी करने पर जोर देते हुए गांव और ढ़ाणियों में मौके पर 'हर घर नल कनेक्शन' के कार्यों को गति देने के लिए राज्य सरकार के स्तर से सतत मॉनिटरिंग की जा रही है.  

जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  सुधांश पंत ने बताया कि राज्य सरकार का प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शेष बचे गांवों के लिए जेजेएम में पेयजल योजनाओं की स्वीकृतियां जल्द से जल्द जारी करने के साथ ही लक्ष्य के अनुरूप 'हर घर नल कनेक्शन' तथा सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या में बढ़ोतरी पर पूरा फोकस है. इसके साथ ही 'हर घर नल कनेक्शन' के माध्यम से उपलब्ध होने वाले पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सभी जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं के 'एनएबीएल एक्रीडिशन' तथा पंचायत समिति स्तर पर 102 प्रयोगशालाएं स्थापित करने की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है.

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