नवरात्रि के अवसर पर नवजात कन्या को छोड़ा सड़क किनारे, Sikar में दिखा समाज का दोहरापन
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नवरात्रि के अवसर पर नवजात कन्या को छोड़ा सड़क किनारे, Sikar में दिखा समाज का दोहरापन

कुछ लोग ऐसे हैं जो नवरात्रि के जैसे पावन पर्व में भी मां दुर्गा का रूप माने जाने वाली बच्चियों पर अत्याचार करने में लगे हुए हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Sikar: पूरे देशभर में नवरात्रि (Navratri) की धूम देखने को मिल रही है. इस बीच राजस्थान के सीकर से एक ऐसी घटना सामने आई है जो लोगों की आस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहा है. मां दुर्गा (Maa Durga) की पूजा करने वाले समाज में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो बेटी के जन्म पर निराश हो जाते हैं.

वर्तमान में चल रहे नवरात्रि के पर्व में जहां लोग मां दुर्गा आराधना में लगकर माता को रिझाने में लगे हुए हैं. वहीं आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो नवरात्रि के जैसे पावन पर्व में भी मां दुर्गा का रूप माने जाने वाली बच्चियों पर अत्याचार करने में लगे हुए हैं. ऐसा ही कुछ कल सीकर जिले के दादिया थाना इलाके में हुआ, जहां डेढ़ माह की नवजात बच्ची को परिजन सड़क किनारे लगे ट्री गार्ड में रख कर चले गए.

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गनीमत रही कि इसी दौरान एक मजदूर जो सीकर जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रहा था, उसने रोती हुई नवजात बच्ची की आवाज सुनी. मजदूर ने जब सड़क किनारे लगे ट्री गार्ड ने देखा तो वहां नवजात पड़ी मिली, जिसके बाद मजदूर ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात बच्ची को इलाज के लिए सीकर के जनाना अस्पताल में लेकर आई, जहां नवजात का इलाज जारी है. फिलहाल नवजात की स्वास्थ्य हालत सही है.

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जानकारी देते हुए जनाना अस्पताल की चिकित्सा कर्मी सुनीता कुमावत ने बताया कि कल दादिया थाना इलाके की एक डेढ़ माह की लावारिस नवजात बच्ची को लेकर अस्पताल आई. बच्ची की हालत नाजुक होने पर उसे ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर महेंद्र फेनिन ने बच्चा वार्ड में भर्ती किया. सुनीता ने बताया कि फिलहाल नवजात स्वास्थ्य हालत सही है.

Report-Ashok Singh

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