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भगवान कृष्ण की जन्म स्थली से शिक्षा ग्रहण करने के स्थान तक होगा गमन पथ का निर्माण, CM भजनलाल शर्मा ने किया ऐलान

कृष्ण जन्माष्टमी 2024 के विशेष अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बड़ा फैसला किया है. उन्होंने श्रीकृष्ण गमन पथ का निर्माण करवाने का ऐलान किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार इस गमन पथ का निर्माण श्री कृष्ण की जन्म स्थली से लेकर उनके शिक्षा ग्रहण करने के स्थान तक होगा. 

Krishna Janmashtami

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आज कृष्ण जन्माष्टमी है. इस शुभ मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रीकृष्ण गमन पथ का निर्माण करवाने की घोषणा की है. रिपोर्ट्स की मानें, तो इस पथ का निर्माण कार्य भगवान कृष्ण की जन्म स्थली से लेकर उनके शिक्षा ग्रहण करने के स्थान तक होगा. इस निर्माण कार्य को राजस्थान और मध्यप्रदेश की सरकार मिलकर अंजाम देगी. 

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इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान कृष्ण के गमन पथ को जल्दी ही तीर्थ स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा. मध्यप्रदेश के उज्जैन के सांदीपनि में भगवान कृष्ण ने शिक्षा हासिल की है. जानापाव (एमपी) में भगवान परशुराम ने उन्हें सुदर्शन चक्र दिया. धार के पास अमझेरा में भगवान का रुक्मिणी हरण को लेकर युद्ध हुआ. ऐसे स्थलों को सरकार पर्यटन स्थल बनाने जा रही है. 

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बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपनी पत्नी गीता शर्मा के साथ सोमवार 26 अगस्त को डीग जिले के पूंछरी का लौठा पहुंचे थे. यहां उन्होंने श्रीनाथजी के मंदिर और मुकुट मुखारबिंद की पूजा-अर्चना की. इसके बाद मुख्यमंत्री आज उज्जैन दौरे पर भी जाने वाले हैं.

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सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण मथुरा से भरतपुर, कोटा, झालावाड़ के रास्ते छोटे-छोटे गांवों से होते हुए उज्जैन पहुंचे थे. हमने उनकी राह में पड़ने वाले स्थानों को चिह्नित कर लिया है. उन सभी धार्मिक स्थानों को एमपी और राजस्थान सरकार जोड़ेगी. सीएम ने कहा कि आज मैं शाम को उज्जैन में स्थित सांदीपनि के आश्रम में जाकर प्रणाम करूंगा.

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बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का पैतृक गांव अटारी गोवर्धन से करीब 20 किलोमीटर दूर है. भजन लाल शर्मा मुख्यमंत्री बनने से पहले समय-समय पर गोवर्धन दर्शन करने के लिए आते रहते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वे सबसे पहले गिरिराज जी दर्शन करने पहुंचे थे. वहीं मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उज्जैन के रहने वाले हैं.