भारी बारिश से सूबे के कई जिलों में हालात बेकाबू हो गए हैं. कई जगह टापू बन गए हैं. तो कई जगह बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
कोटा में आसमानी सैलाब का कहर एक बस को अपने साथ बहा ले गया. कोटा के इटावा में एक रोडवेज बस नाले के बहाव में फंस गई. जिससे बस में सवार 40 यात्रियों की जान आफत में पड़ गई. आनन फानन में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रोडवेज को पानी से बाहर निकाला गया. जिसके बाद यात्रियों की जान में जान आई. नाले में करीब पांच फीट पानी का बहाव चल रहा था.
कोटा में भारी बारिश के बाद चंबल का जलस्तर बढ़ गया है. जिसके बाद से कोटा बैराज से पानी की निकासी बढ़ाई गई है. पानी निकासी के लिए बैराज के 10 गेट खोले गए हैं और करीब 80 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही. क्योंकि चंबल के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. डूब क्षेत्र की बस्तियों को खाली कराने का प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है.
भीलवाड़ा के कोटड़ी इलाके में भी भारी बारिश के बाद नदी-नाले उफान पर हैं. तेज बारिश के चलते कई गांव टापू बन गए हैं, और उनका संपर्क टूट चुका है. पिछले 24 घंटे से जारी भारी बारिश के चलते कई जगहों पर पानी भर गया है. बनास नदी पूरे वेग के साथ बह रही है. बनास नदी का पानी पुलिया पर आने की वजह से काछोला-कोटडी रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है.
बूंदी जिले में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जिले के कई गांव में रेस्क्यू अभियान चलाया गया. लोगों के मकानों में पानी घुस गया है. कई परिवार छत पर रातें गुजारने को मजबूर हैं. बरूंधन कस्बे में भी पानी भर गया. वहां अस्पताल में तीन प्रसुताओं को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया.
बूंदी जिले के बरूंधन कस्बे में भी पानी भर गया. वहां अस्पताल में तीन प्रसुताओं को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया.
बूंदी जिले में कई सरकारी स्कूल तालाब बन गए हैं. स्कूलों में पानी भरने से कई शिक्षक स्कूल में फंस गए. बूंदी में भारी बारिश से जन जीवन बुरी अस्तव्यस्त हो गया है.
टोंक जिले में पिछले पांच दिनों से जारी मूसलाधार बारिश से जनजीवन बेपटरी हो गया है. गांव-गांव जलमग्न हो गए हैं. 100 से ज्यादा गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. शहर को जोड़ने वाले दर्जनभर मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गए. गांव से लेकर शहर तक सरकारी भवन हो या फिर कॉलोनी सब पानी में तैर रहे हैं. उनियारा के पलाई कस्बे में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई गे रहा है. पलाई कस्बें में नगरफोर्ट रोड पर अतिक्रमण की वजह से मकानों में पानी घुस गया. तेज बहाव के चलते पानी से निकलने की कोशिश में बाइक समेत दो शख्स बह गए. बारिश के चलते कच्चें मकानों का ढहने का सिलसिला जारी है.
जयपुर के सांभरलेक समेत आसपास क्षेत्र में बारिश कहर बरपा पा रही है. भारी बारिश से कई जगहों पर मकान गिर गए हैं. तो कहीं जगह कटाव हो गया. रेलवे के अंडरपास भी पानी से लबालब हो गया है.
धौलपुर के सरमथुरा इलाके में बारिश अपना तांडव दिखा रही है. लगातार हो रही बारिश से इलाके में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. सरमथुरा के 9 गांव को पानी ने पूरी तरह घेर लिया है. जबकि झिरी पंचायत के 9 गांवों का संपर्क टूट गया है. घरों में पानी घुसने से खाने पीने का सामान डूब गया है. करीब 200 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
बारां में भारी बारिश से एक बुजुर्ग खेत में फंस गई. कई दिनों से भूखे प्यासे बुजुर्ग को भंवरगढ़ पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला.
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