जयपुर के चौमूं कस्बे में अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं, तो वहीं अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
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Chomu: राजधानी जयपुर के चौमूं कस्बे में अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं, तो वहीं अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. नगर पालिका का दस्ता एक बार अवैध निर्माण को बन्द करवाता है. बाद में बाकी मामला लेनदेन के बाद मामला सेट हो जाता है, पिछले कई दिनों से यही सिस्टम चल रहा था, लेकिन अधिशासी अधिकारी देवेंद्र जिंदल को कोर्ट से स्टे मिलने के बाद भी फ्री हैंड होकर काम रहे है. शहर में अवैध निर्माण पर अधिशासी अधिकारी ने टेढ़ी नजर कर ली है. अवैध निर्माण को लेकर लगातार नोटिस दिए जा रहे है.
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साथ ही EO देवेंद्र जिंदल ने सुबह सुबह ही रींगस ऱोड पर बिना निर्माण स्वीकृति के बनाये गए बहुमंजिला इमारत को सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया. इस कार्रवाई के बाद शहर में भी चर्चा हो गई. हैरानी की बात तो यह है जब यह निर्माण कार्य चल रहा था तब तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी और पालिका प्रशासन ने आंखे बंद कर रखी थी. धड़ल्ले से अवैध निर्माण चलता रहा. सवाल यह भी उठता है कि आखिरकार तत्कालीन अधिशासी अधिकारी और चेयरमैन में अवैध निर्माण को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की.
इधर अधिशासी अधिकारी देवेंद्र जिंदल ने अवैध निर्माणों को लेकर साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में शहर में बिना निर्माण स्वीकृति के कोई काम नहीं करने दिया जाएगा. अगर फिर भी कोई अवैध निर्माण करता है, तो नियमानुसार सिजिंग की कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी पार्षद बाबूलाल यादव ने कहा कि पहले उगाई कर अवैध निर्माण करवाए जाते रहे हैं, लेकिन अब सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि जो भी अवैध निर्माण हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, तो दूसरी तरफ इस कार्रवाई के बाद में कहीं खुशी है तो कहीं गम है.
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