Rajasthan New Districts: सीएम अशोक गहलोत कैबिनेट बैठक के बाद आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे. सीएम गहलोत के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक हुई, जिसके बाद नए जिलों की लिस्ट जारी की गई. यानी राजस्थान के जिलों के लिस्ट में 19 नए जिले और जुड़ गए, इसके बाद अब राजस्थान 50 जिलों वाला राज्य बन गया.
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Rajasthan New Districts: सीएम अशोक गहलोत कैबिनेट बैठक के बाद आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे. सीएम गहलोत के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक हुई, जिसके बाद नए जिलों की लिस्ट जारी की गई. यानी राजस्थान के जिलों के लिस्ट में 19 नए जिले और जुड़ गए, इसके बाद अब राजस्थान 50 जिलों वाला राज्य बन गया.
Press Conference at CM residence | August 04 https://t.co/nKtq0tTEmn
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 4, 2023
इस बैठक में मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री महेश जोशी, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री गोविंद राम मेघवाल, मंत्री ममता भूपेश, मंत्री बीडी कल्ला, मंत्री हेमाराम चौधरी, मंत्री उदय लाल आंजना, मंत्री शाले मोहम्मद, मंत्री शकुंतला रावत, मंत्री सुखराम विश्नोई, मंत्री भंवर सिंह भाटी, मंत्री जाहिदा खान, मंत्री बृजेंद्र ओला, मंत्री भजन लाल जाटव, मंत्री रमेश मीणा, मंत्री मुरारी लाल मीणा, मंत्री लाल चंद कटारिया, मंत्री राम लाल जाट मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिमोट का बटन दबाकर राजस्थान में 19 नए जिलों का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि इन 19 जिलों के गठन का इंतजार हम सबको था, जो नए जिले बने हैं उनमें से अधिकांश जगह इंफ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू हो चुका है. जनता का फीडबैक दिलों पर मिलता रहता है. प्रदेश में कई जगह हालात अलग हैं. एक गांव के बाद कई बार पांच से 10- 20 किलोमीटर तक की खाली जगह आती है.
जिला मुख्यालय पर आने में भी ग्रामीणों का कई बार बहुत ज्यादा पैसा खर्च होता है. इसलिए प्रयास किया कि हम 19 जिलों से शुरुआत करें. 2030 का जो हमारा मिशन है उसके लिए मैं सभी प्रदेशवासियों से सुझाव आमंत्रित करता हूं. राजस्थान को 2030 तक देश का नंबर वन राज्य बनाना है. 2030 के बारे में जनता का सपना क्या है राजस्थान के लिए इसके लिए जनता से सुझाव चाहता हूं.
हमारी और मध्य प्रदेश की आबादी लगभग बराबर है. वहां हर 15–20 किलोमीटर पर ही नया जिला शुरू हो जाता है. छत्तीसगढ़ में भी छोटे जिले ही हैं. हमारे फैसले का स्वागत क्यों हुआ यह आप समझ सकते हो. जिलों में विकास के लिए और निवेश के लिए जो प्लानिंग होनी है, उसके लिए सरकार के स्तर पर प्रयास किए जाएंगे. जिलों में कई बार कानून व्यवस्था की स्थिति भी अलग होती है. छोटे जिलों का प्रयोग कैसा रहता है, उसके आधार पर और जिलों की संभावना बन सकती है.
सरकार ने राम लुभाया कमेटी का कार्यकाल 6 महीने बढ़ाया. बता दें कि राज्य सरकार को इस संबंध सुझाव देने के लिए 21 मार्च, 2022 को रामलुभाया की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था. राम लुभाया कमेटी नए जिलों के गठन की संभावना देखेगी. 19 जिलों का गठन भी राम लुभाया कमेटी के आधार पर ही हुआ है.
1284 गांव 96 पटवार मंडल 32 भू अभिलेख निरीक्षक सर्किल बनाए हैं. 7 अगस्त को प्रत्येक जिले में प्रभारी मंत्री जाएंगे. नए जिलों में प्रभारी और मंत्रियों के दौरे होंगे. वहां सर्वधर्म प्रार्थना सभा और पूजा पाठ के कार्यक्रम होंगे. हिंदुस्तानी संस्कृति संस्कार के मुताबिक नए जिलों की स्थापना शुरुआत की जाएगी. यह ऐसे काम होते हैं जो वर्षों में एक बार होते हैं.
आने वाले समय तक लोग इसको याद करेंगे. राहुल गांधी मामले पर सीएम अशोक गहलोत ने कहा ,”आजादी के बाद राहुल गांधी पहले व्यक्ति हैं जिन्हें मानहानि मामले में दो साल की पूरी सजा मिली. आज सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत का फैसला खारिज कर दिया. कांग्रेस राजस्थान में सत्ता में वापसी करेगी.” सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा अपनी चोट पर टिप्पणी किए जाने पर राजस्थान CM अशोक गहलोत ने कहा, राजस्थान की संस्कृति में कभी किसी ने भी ऐसी टिप्पणी नहीं की है. मेरे एक पैर की उंगुली में 3 फ्रैक्चर हैं और दूसरे पैर की उंगुली में हेयरलाइन फ्रैक्चर है. अगर आप लोग कहेंगे तो मैं अपना सीटी स्कैन और एक्स-रे भाजपा नेताओं को भेज दूंगा. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं कोर्ट नहीं जाना चाहता था, इसलिए पैरों में पट्टी बांधकर बैठा हूं. यह एक शर्मनाक बयान है. मुख्यमंत्री ने कहा सभी लोग मुझसे आकर मिले अपना दर्द बताया, मेरी आंखों में आंसू आ गए.