Rajasthan DigiFest 2022: बेरोजगारों के लिए गहलोत ने खोला रोजगार का बड़ा द्वार, तीन दिन 250 कंपनिया देंगी हजारों नौकरियां
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Rajasthan DigiFest 2022: बेरोजगारों के लिए गहलोत ने खोला रोजगार का बड़ा द्वार, तीन दिन 250 कंपनिया देंगी हजारों नौकरियां

Rajasthan DigiFest 2022: सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसार पिछले साल जॉब फेयर में 16 हजार से अधिक युवाओं का चयन हुआ था. उसी को देखते हुए युवाओं में उत्साह है और इस बार जोधपुर डिजी फेस्ट के लिए अबतक 61 हजार से अधिक लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है.

Rajasthan DigiFest 2022: बेरोजगारों के लिए गहलोत ने खोला रोजगार का बड़ा द्वार, तीन दिन 250 कंपनिया देंगी हजारों नौकरियां

Rajasthan DigiFest 2022: सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से आगामी 11 से 13 नवंबर को जोधपुर में ‘डिजिफेस्ट-जॉब फेयर-2022’ का आयोजन किया जा रहा है. बेरोजगार युवाओं को रोजगार के  सु- अवसर और आईटी क्षेत्र के नवाचारों को मंच उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार की ओर से यह आयोजन किया जा रहा है. जोधपुर के रेजीडेन्सी रोड स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में आयोजित होने वाले इस रोजगार मेले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित रहेंगे.

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सरकार के मुताबिक तकनीक के इस दौर में युवाओं का भविष्य सुधारने के लिए नित नए आयाम, नए आसमान उपलब्ध करवाया जा रहा है. इससे युवाओं को दुनिया की तेज़ रफ्तार के साथ तालमेल बिठाने में मदद मिलेगी. इस फेस्ट में डिग्री, डिप्लोमा, आईटीआई, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, फ्रेशर्स और अनुभवी लोगों के लिए अवसर उपलब्ध होंगे.

यह एक मल्टी इंडस्ट्री और मल्टी प्रोफाइल जॉब फेयर के जैसा होगा जहां विशेषज्ञों के बेहतर मार्गदर्शन में देश-दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों के नियोक्ताओं से जुड़ेंगे. इस फेयर में आईटी, बीपीओ, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, बैंकिंग एंड फाइनेंस, कंसल्टिंग, पेट्रोलियम, रिटेल और टेलीकॉम जैसी लगभग 250 से अधिक कंपनियों के नियोक्ताओं से संपर्क स्थापित करने के अवसर बनेंगे.

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सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जोधपुर के अतिरिक्त निदेशक मगनराज  पुरोहित ने बताया कि पिछले जॉब फेयर में 16 हजार से अधिक कैडिडेटस का चयन हुआ था. जिसकी संख्या इस बार बढ़ने के आसार है.  क्योंकि इस बार इसमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन  से 61 हजार से अधिक ने युवाओं ने अपना  रजिस्ट्रेशन करवाया है. इसमें प्रवेश निःशुल्क है.

 डिजिफेस्ट में होने वाले जॉब फेयर में लगभग 250 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं. उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक युवाओं से इसमें शामिल होने का आह्वान किया गया है. इसके लिए पंजीकरण की सुविधा भी रखी गई है. ऑनलाइन और डिजिटल माध्यम से फेयर में सम्मिलित होने से पूर्व अभ्यर्थी itjobfair.rajasthan.gov.in की बेवसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं.

उन्होंने बताया कि रविवार को होने वाले राजस्थान डिजिफेस्ट के समापन समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्य अतिथि होंगे. मुख्यमंत्री जोधपुर और पाली के इंक्यूबेशन सेंटर का शुभारंभ करेंगे और राजस्थान स्टार्ट अप पॉलिसी-2022 लांच करेंगे.

यह होंगे मुख्य आकर्षण

इसमें मुख्य रूप से आईटी जॉब फेयर में 250 कंपनियों के जरिए आईटी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लिए साक्षात्कार किए जाएंगे.  इसके अलावा ऑफ स्कीलिंग वर्कशॉप होंगी.

स्टार्ट अप एक्सपो एवं बाजार होगा, जहां 100 से अधिक स्टार्टअप के जरिए अपनी-अपनी तकनीकि उपलब्धियों को बताया जाएगा.  इसी प्रकार 40 से अधिक स्टार्टअप के जरिए प्रदर्शनी एवं विक्रय सुविधा उपलब्ध रहेगी.

इसमें डिग्री, डिप्लोमा, आईटीआई, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, फ्रेशर्स और अनुभवियों को  आई. टी. एवं अन्य सेक्टर्स की बड़ी कंपनियों में रोजगार के बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे.  

 

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उपलब्धियों से भरा रहेगा डिजिफेस्ट

आमजन को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ना इस डिजिफेस्ट का मेन फोकस  है. इससे प्रदेश में रोजगार की नई राहे खुलेगी.  जिसमें सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से नई आईटी टेक्नोलॉजी के बारे में विशेषज्ञों के जरिए चर्चा की जाएगी.  इसके साथ ही इस डिजिफेस्ट में 2 दिन तक तकनीकी के जानकार भी  विभिन्न सत्रों को संबोधित करेंगे.

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जोधपुर के अतिरिक्त निदेशक श्री मगनराज पुरोहित ने बताया कि डिजिफेस्ट के दौरान विभाग विभिन्न दिग्गज आईटी कंपनियों के साथ एमओयू हस्ताक्षर कर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा. उन्होंने बताया कि हमारा यह प्रयास है कि अधिक से अधिक कंपनियों को विभाग से जोड़ा जाए ताकि राजस्थान में युवाओं व आमजन के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा हो सकें. डिजिफेस्ट के अंतर्गत मुख्य उद्देश्य यह भी है कि आईटी कंपनियों के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, वर्चुअल रियालिटी, बिग डाटा एनालिसिस, रोबोटिक, क्लाउड कंप्यूटिंग के साथ-साथ क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी उन्नत और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किये जा सकें.

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