शिक्षा विभाग की ओर से पदोन्नति में लागू नए नियम का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 10 दिनों से जहां जयपुर में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है
Trending Photos
Jaipur: शिक्षा विभाग की ओर से पदोन्नति में लागू नए नियम का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 10 दिनों से जहां जयपुर में अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है, तो वहीं बीकानेर निदेशालय के बाहर भी वरिष्ठ अध्यापक अपनी एक सूत्री मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. 10 दिनों बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने के चलते अब वरिष्ठ अध्यापकों में खासा आक्रोश नजर आने लगा है. आंदोलन को अब पूरे प्रदेश में फैलाने के साथ ही 10 जून के बाद जयपुर में एक बड़े आंदोलन की रणनीति पर भी मंथन शुरू कर दिया गया है.
गौरतलब है की शिक्षा विभाग की ओर से पदोन्नति के नियम में किए गए बदलाव के चलते करीब सवा लाख वरिष्ठ अध्यापक अब पदोन्नति से वंचित हो चुके हैं. नए नियमों के तहत सेवारत वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा यूजी और पीजी एक ही विषय से होने की अनिवार्यता के साथ ही पदोन्नति का लाभ देने के आदेश जारी किए गए. शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के बाद शिक्षकों की ओर से एक ही मांग की जा रही है कि 3 अगस्त 2021 को ये नियम लागू किया गया. शिक्षा विभाग की ओर से इस नियम को भूतलक्षी लागू ना करते हुए 3 अगस्त 2021 के बाद जिन शिक्षकों ने यूजी और पीजी अन्य विषय से की है उनपर लागू किया जाए. इसके साथ ही आदेश लागू होने से पहले जिन शिक्षकों ने यूजी और पीजी अन्य विषय से की है उनको इससे राहत दी जाए.
आंदोलन पर बैठे शिक्षकों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से तुगलकी फरमान जारी किया गया, शिक्षा मंत्री द्वारा शिक्षकों को आश्वासन तो दिया है, लेकिन अभी तक आदेश जारी नहीं हो पाए हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षकों की समस्या सुनना ही नहीं चाहते हैं. जबकि प्रदेश के दर्जन विधायक और मंत्रियों ने हमारी पीड़ा समझते हुए हमारे पक्ष में पत्र लिखे हैं, लेकिन इसके बाद भी विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. 10 जून तक का अल्टीमेटम दिया गया है. यदि हमारे आदेश जारी नहीं होते हैं तो पूरे प्रदेश के वरिष्ठ अध्यापक जयपुर में जुटेंगे और उग्र आंदोलन के साथ ही शिक्षकों द्वारा सामूहिक अनशन की शुरुआत होगी.
यह भी पढ़ें- निजी बस ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर, दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें