राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से पिछले 38 दिनों से गुजरात में चल रहा बेरोजगारों का आंदोलन आखिरकार मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद किसी नतीजे पर पहुंचता हुआ नजर आ रहा है. आंदोलन कर रहे बेरोजगारों ने स्थगित करने का फैसला किया है.
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जयपुर: राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से करीब एक घंटे तक वार्ता की. वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जल्द ही बेरोजगारों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन देने के साथ ही 9 नवम्बर को सीएमओ में अधिकारियों से वार्ता करने के निर्देश भी दिए, जिसके बाद बेरोजगारों की सहमति पर बेरोजगारों ने गुजरात से लौटने का फैसला लेते हुए अपने आंदोलन को स्थगित करने का भी फैसला लिया है.
गौरतलब है कि 20 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान के सैकड़ों बेरोजगार 2 अक्टूबर को गुजरात पहुंचे थे, गुजरात के पालनपुर से अहमदाबाद तक 150 किलोमीटर की लंबी दांडी यात्रा निकालकर 8 अक्टूबर को अहमदाबाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था. पिछले 38 दिनों से राजस्थान के बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर गुजरात में ही सत्याग्रह जारी रखे हुए थे.
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सीएम के साथ कई मुद्दों पर बातचीत
इस दौरान गुजरात पुलिस और गुजरात क्राइम ब्रांच ने तीन बार महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव को हिरासत में भी लिया था, लेकिन इसके बाद भी बेरोजगार मुख्यमंत्री से वार्ता करने की मांग पर अड़े रहे थे, सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए बड़ोदरा पहुंचे तो एयरपोर्ट पर बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा, मुख्यमंत्री ने शाम को सर्किट हाउस में मुलाकात का समय दिया, लेकिन चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण बेरोजगारों और मुख्यमंत्री की 11 बजे मुलाकात हुई और समस्याओं के समाधान पर विस्तार से वार्ता हुई.
कैबिनेट मीटिंग में दूर होंगी विसंगतियां
महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि "अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर बेरोजगार गुजरात में सत्याग्रह पर थे. आखिरकार 38 दिनों से बाद ही सही, लेकिन मुख्यमंत्री ने हमारी बात सुनी, करीब एक घंटे तक उन्होंने बेरोजगारों की विभिन्न समस्याओं को सुना. वहीं अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए की बेरोजगारों की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए, इसके साथ ही OBC आरक्षण की विसंगतियों को दूर करने के लिए भी आश्वासन दिया है कि विसंगतियों को दूर करने का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है और आने वाले दिनों में होने वाली कैबिनेट की मीटिंग में इन विसंगतियों को दूर करने का फैसला लिया जा सकता है.
समाधान नहीं होने पर फिर शुरू होगा आंदोलन
मुख्यमंत्री से हुई सकारात्मक वार्ता के बाद अब बेरोजगारों ने अपने आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया है. 9 नवम्बर को सीएमओ में कुलदीप रांका से मुलाकात होगी और अगर जल्द ही मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं होता है तो सरदार शहर में उप चुनाव में कांग्रेस के विरोध के साथ आंदोलन की फिर से शुरुआत की जाएगी.