प्रदेश के 52 लाख से ज्यादा बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना पर तलवार अटक गई है.ओटीपी सिस्टम को बंद करने के बाद बुजुर्गों का पेंशन के लिए सत्यापन नहीं हो पा रहे.केवल फिंगर प्रिंट से सत्यापन का विकल्प है. ऐसे में उनके सामने परेशानी बढ़ गई है.
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जयपुर: प्रदेश के 52 लाख से ज्यादा बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना पर तलवार अटक गई है.ओटीपी सिस्टम को बंद करने के बाद बुजुर्गों का पेंशन के लिए सत्यापन नहीं हो पा रहे.केवल फिंगर प्रिंट से सत्यापन का आॅप्शन रखा गया है,लेकिन बुजुर्ग होने के बाद फिंगर से प्रिंट ही गायब हो गई है, जिसके बाद अब पेंशन से सारे दरवाजे बंद हो गए.
राजस्थान की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में फर्जीवाडे को रोकने के लिए सामाजिक न्याय विभाग ने नियमों को कठोर कर दिया.अब पेंशन वैरीफाई करने के लिए ओटीसी का सिस्टम बंद कर दिया और पेंशनधारी को ईमित्र पर खुद उपस्थित होकर फिंगर प्रिंट के जरिए पेंशन के लिए सत्यापन करवाना होगा. वृद्धजन अपना सत्यापन करवाने ईमित्र पर पहुंच भी रहे हैं, लेकिन उम्र के इस पडाव में उनकी उगलियों से फिंगर प्रिंट ही गायब हो रहे हैं.विभाग की नई व्यवस्था का खामियाजा प्रदेश के लाखों बुजुर्गों को भुगतना पड रहा है, क्योकि उम्र के इस पडाव में उनके हाथों की लकीरे गायब होने लगी है, जिस कारण फिंगर प्रिंट के जरिए से पेंशन के लिए सत्यापन नहीं करवा पा रहे.
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ऑनलाइन सिस्टम में आ रही दिक्कत
हालांकि फिंगर प्रिंट से वैरीफाई नहीं होने के बाद आयरस मशीन से लाभार्थी की आखों से वैरीफाई कर सकते हैं, लेकिन सामाजिक न्याय विभाग की इस वेबसाइट पर इसका आॅप्शन ही नहीं है और अधिकतर ईमित्र संचालकों के पास आयरस मशीन उपलब्ध नहीं है. यदि आयरस मशीन से भी वैरीफाई नहीं होता है तो लाभार्थी को एसडीएम दफ्तर में पेश होना पडेगा. उसके बाद लाभार्थी का पेंशन के लिए सत्यापन होगा, लेकिन ये प्रक्रिया बहुत जटिल ही ज्यादा जटिल हो गई.ऑनलाइन सिस्टम के बाद भी यदि बुजुर्गों को धक्के खाने पड़े तो आईटी के इस दौर में तकनीक का क्या फायदा.
750 से 1000 रुपए प्रतिमाह मिलती है पेंशन
वृद्धावस्था और वृद्धजन किसान पेंशन योजना के जरिए 55 वर्ष की वरिष्ठ महिलाओं को 750 रुपए की राशि प्रतिमाह, 75 वर्ष वाली वरिष्ठ वृद्धजन महिला को 1000 रुपए प्रतिमाह पेंशन की राशि दी जाती है. 58 वर्ष के वरिष्ठ पुरुष वृद्धजन को 750 रूपए प्रतिमाह और 75 वर्ष या अधिक के वृद्धजन नागरिक को 1000 रूपए प्रतिमाह पेंशन दी जाती है.सामाजिक न्याय विभाग के सचिव समित शर्मा का कहना है कि फर्जीवाडे को रोकने की दिशा में विभाग ने ओटीपी सिस्टम को बंद किया है.नवंबर और दिसंबर में हर साल पेंशन के लिए वैरीफाई किया जाता है,फिंगर प्रिंट नहीं आने वाले बुजुर्गों की संख्या बहुत कम है.
78 लाख पेंशनधारी राजस्थान में
राजस्थान में 78,12,976 पेंशधारियों को हर महीने पेंशन का लाभ मिल रहा है, जिसमें वृद्धजन पेंशनर्स में 52,62,009,एकल नारी पेंशनर्स की संख्या 16,97,660,विशेषयोग्यजनों 5,91,406 ,वृद्धजन किसानों की संख्या 2,61,901 है.