Rajasthan : राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए गजेंद्र सिंह शेखावत से लेकर वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया समेत मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे है. दिल्ली में 16-17 जनवरी को होने वाली बैठक में इस पर फैसला होने की उम्मीद है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट
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Rajasthan BJP : राजस्थान में इस बार भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा. इस सवाल का पिछले लंबे समय से सबको इंतजार है. और बीजेपी के सियासी गलियारों में इसी पर सबसे ज्यादा चर्चा है. वसुंधरा राजे से लेकर सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नाम इस कतार में है. हाल ही में किसी ने शेखावत को कमान देने की बात कही तो किसी ने सतीश पूनिया की भैरोसिंह शेखावत से तुलना करते हुए उनको धरतीपुत्र बताया. ऐसे में बीजेपी की अंदरूनी राजनीति तेज हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगले एक सप्ताह में दिल्ली से ये फैसला हो जाएगा कि राजस्थान में इस बार पार्टी का पावर किसके हाथों में रहेगा.
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दिल्ली में 16-17 जनवरी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी है. इसमें राजस्थान से कई नेता होंगे. वसुंधरा राजे से लेकर सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेता होंगे तो वहीं पीएम मोदी से लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा और बीएल संतोष समेत तमाम नेता रहेंगे. इस कार्यकारिणी में कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत आगामी चुनावों को लेकर पार्टी अपनी दिशा और रणनीति स्पष्ट कर देगी. ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में क्या किसी नेता के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. क्या नाराज नेताओं को मनाने के लिए उनको चुनाव प्रबंधन समिति जैसी जिम्मेदारी देने की रणनीति बनेगी. या सिर्फ पीएम मोदी को ही चेहरा मानते हुए पार्टी चुनावों में जाएगी. इसको लेकर रणनीति स्पष्ट हो जाएगी.
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टोंक में जन आक्रौश रैली में दो दिन पहले ही बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर ने गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान की कमान देने का बयान दिया था. तो वहीं राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर के आमेर में सतीश पूनिया की तुलना भैरोसिंह शेखावत से की. सतीश पूनिया को धरती पुत्र बताया. हालांकि इन सबके बीच वसुंधरा राजे गुट इन दिनों शांत है. राजे ने जन आक्रौश रैलियों से भी मोटे तौर पर दूरी ही बनाए रखी.