लाखों रुपये खर्च करने के बाद सरकार द्वारा न तो इनकी देखरेख की जा रही और न इनको शुरू किया गया है. लम्बे समय से देखरेख के अभाव में यह सभी प्लांट कबाड़ बन गए हैं और राज्य सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
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Pokhran: रामदेवरा सहित आसपास के गांवों में आरओ प्लांट नकारा पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल सस्ती दरों पर उपलब्ध नहीं हो रहा है. रामदेवरा, एका, लोहारकी और छायण गांवों सहित कई जगहों पर राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों को सस्ती दरों पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए सरकारी ख़र्चे से आरओ प्लांट लगवाए गए थे.
लाखों रुपये खर्च करने के बाद सरकार द्वारा न तो इनकी देखरेख की जा रही और न इनको शुरू किया गया है. लम्बे समय से देखरेख के अभाव में यह सभी प्लांट कबाड़ बन गए हैं और राज्य सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
ग्रामीणों को महंगे दामों में मिल रहा है पेयजल
सरकारी आरओ प्लांट शुरू नहीं होने के कारण ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल महंगे दामो में निजी आरओ प्लांट से खरीदना पड़ रहा है, जिससे उनको आर्थिक नुकसान भी हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में कई बार जलदाय विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है लेकिन उनकी और से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
कई से हुआ सामान चोरी
सरकार द्वारा बन्द पड़े इन प्लांट की देखरेख और चौकीदारी भी नहीं की जा रही है. जिसके कारण इनमे से कइयों के सामान भी चोरी हो गए है, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार उदासीनता बरती जा रही है.
Reporter- Shankar Dan
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