Jhalawar news: झालावाड़ शहर में दलित व गरीब परिवारों के ईसाई धर्म परिवर्तन करने की घटना सामने आई है. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी पहुंचे और कोतवाली के बाहर जमकर नारेबाजी की गई.
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Jhalawar news: झालावाड़ शहर में दलित व गरीब परिवारों के ईसाई धर्म परिवर्तन करने की घटना सामने आई है. मामले के पता उसे समय चला जब एक परिवार के मुखिया द्वारा उसके बेटे व बहू द्वारा ईसाई मिशनरियों के जाल में फंस कर क्रिश्चियन धर्म की पालना करने तथा घर में रखी हिंदू प्रतिमाओं और तस्वीरों को कपड़ों से ढक देने अथवा घर से बाहर कर देने के बारे में कोतवाली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई.इस दौरान पीड़ित रामकुमार बेरवा के साथ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी पहुंचे और कोतवाली के बाहर जमकर नारेबाजी की गई.
धर्म परिवर्तन के जाल में फंसे परिवार के मुखिया रामकुमार बैरवा ने बताया कि उसका पुत्र गिरिराज कारीगरी का काम करता है.उसके साथ काम करने वाले श्रमिक रविंदर के द्वारा गिरिराज के दिमाग में हिंदू धर्म के प्रति नफरत भरकर उसे क्रिश्चियन समुदाय के पास्टर सुरेश से मिलवाया गया और छुट्टी के दिन उसके द्वारा एक किराए के कमरे में चलाई जा रही ईसाई धर्म की सभा में ले जाने लगा.धीरे-धीरे वह अपनी पत्नी बहन और दामाद को भी ईसाई धर्म सभा में ले जाने लगा.
जहां पास्टर सुरेश ने आर्थिक प्रलोभन देकर महिलाओं को 45 दिन के लिए चंडीगढ़ में प्रशिक्षण हेतु ले जाने की इच्छा जताई.जिस पर गिरिराज और उसकी बहू तो क्रिश्चियन धर्म को मानते हुए तैयार हो गई, लेकिन उसकी बहन दुर्गेश ने अपने पिता को इस बारे में सूचना दे दी.जिसके बाद पिता ने बेटे बहु को समझाया, लेकिन वह नहीं माना.
ऐसे में रामकुमार बैरवा ने अपने बेटे बहू के धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए 2 लोगो के खिलाफ कोतवाली थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.इस दौरान हिंदूवादी संगठन व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी साथ मौजूद रहे.
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी शंभू लोधा ने बताया कि झालावाड़ शहर के चंदा महाराज पुलिया के समीप किराए के मकान में क्रिश्चियन पास्टर सुरेश द्वारा धर्मांतरण का खेल चलाया जा रहा है, जिसकी शिकायत पुलिस को की गई है.झालावाड़ के एक दलित परिवार को भी धर्मांतरण का शिकार बनाया गया है.मामले को लेकर आज कोतवाली पुलिस को शिकायत की गई है, यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई, तो विश्व हिंदू परिषद सहित सभी हिंदूवादी संगठन उग्र प्रदर्शन को मजबूर हो जाएंगे.
पीड़ित परिवार के परिजनों ने बताया कि ईसाई मिशनरी द्वारा धर्म सभा के नाम पर गरीबों दलित परिवार के लोगों को एकत्रित किया जाता था, जहां खाने के साथ कोई नशा देकर इन्हें ईसा मसीह के चमत्कार का दावा कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जाता था.
उधर मामले में कोतवाली थाना प्रभारी भूरीसिंह ने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा उसके बेटे बहुत के धर्मांतरण किए जाने की शिकायत मिली है मामले में दो नामजद लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. उक्त मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है.
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