राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के मंत्री रमेश मीणा (Ramesh Meena) इन दिनों पूरे एक्शन में हैं और अधिकारियों की क्लास लगा रहे हैं. ऐसी ही क्लास उन्होंने झुंझुनूं में भी लगाई.
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Jhunjhunu News: ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के मंत्री रमेश मीणा (Ramesh Meena) इन दिनों पूरे एक्शन में हैं और अधिकारियों की क्लास लगा रहे हैं. ऐसी ही क्लास उन्होंने झुंझुनूं में भी लगाई.
दरअसल करीब पांच घंटे तक उन्होंने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें मीणा ने कुछ बीडीओ को योजनाओं के पूरे नाम पूछे तो उन्हें योजनाओं के पूरे नाम तक पता नहीं था. जिस पर मीणा नाराज हुए और उन्होंने कहा कि आप पढ़े-लिखे लोग हैं. आपको बाबू के आकंड़ों के आधार पर पारंपरिक तरीके से कार्य करने की जगह विभाग की गाइडलाइन और बुक का ज्ञान होना चाहिए.
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इसके लिए मीणा ने जिला परिषद सीईओ जवाहर चौधरी को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सीईओ की सही मॉनीटरिंग और लापरवाही के कारण जिले में ऐसे हालात हो रहे हैं, जो सही नहीं है. विकास अधिकारी अपने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की भी सही जानकारी नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि विभाग की कोशिश है कि नई गाइडलाइन से आमजन को फायदा मिल सके. विकास अधिकारी बाबुओं द्वारा दिए गए आंकड़े और पारंपरिक कार्य शैली के आधार पर बैठे-बैठे साइन करने काम कर रहे हैं.
मंत्री मीणा ने मनरेगा योजना के कार्यों के बारे में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को नियमित रूप से नरेगा कार्यों का नियमित निरीक्षण करने और महिला मेट बढ़ाने के निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री के सलाहकार और खेतड़ी विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह, जल ग्रहण एवं भू संरक्षण के निदेशक रश्मि गुप्ता, नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा, झुंझुनूं प्रधान पुष्पा चाहर, बुहाना प्रधान हरिकिशन यादव, अलसीसर प्रधान घासीराम पूनिया, जिला परिषद के सीईओ जवाहर चौधरी, एडीएम जेपी गौड़, एसीईओ रामनिवास, उपवन संरक्षक राजेंद्र हुडा, पीडब्लूडी के एसई शंकरलाल आदि मौजूद थे.
दूसरी जगह भेजने और नोटिस की चेतावनी
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज की विभिन्न योजनाओं से जुड़े सवाल, धरातल पर किए जा रहे कार्यों और विभिन्न योजनाओं के तहत रुपए खर्च नहीं करने से नाराज शासन सचिव नवीन जैन ने उदयपुरवाटी के बीडीओ बाबूलाल रैगर, सूरजगढ़ के बीडीओ पवन शर्मा, मंडावा के बीडीओ नरेंद्र पूनिया, अलसीसर के बीडीओ महेश चंद्र, खेतड़ी के बीडीओ शिशुपाल सिंह, पिलानी की बीडीओ सुशीला यादव, वाटर शैड के अधीक्षण अभियंता मनोज कुमार, स्वच्छ भारत मिशन की जिला कॉर्डिनेटर सुमन को सही तरह से काम नहीं करने पर दूसरी जगह भेजने और 16 सीसीए नोटिस देने की चेतावनी दी.
इधर, विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने कहा कि यह शर्म की बात है कि बीडीओ को एक भी योजना के बारे में जानकारी नहीं है. बाबू जो आकड़े देते हैं उनके आधार पर बैठे-बैठे साइन करते हैं. इनको खुद का कोई नॉलेज ही नहीं है. उन्होंने बीडीओ को चेतावनी भी दी कि जिनको काम नहीं करना है, उनको दूसरी जगह भेजा जाएगा और 16 सीसीए के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.
Reporter- Sandeep Kedia